मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोक कर अपनी बात कह रहे हैं। प्रधानमंत्री असहज दिख रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कल एनडीए के मुख्यमंत्रियों की बैठक के बीच ही मुख्यमंत्री मीटिंग छोड़ कर बाहर निकल गए। राजनीतिक गलियारे में इसे असामान्य बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री 115 सीटों पर अड़ गए हैं। इसी के साथ चिराग पासवान का बिहार लौटना भी अधर में फंस गया है।
मुख्यमंत्री से प्रायः मिलने वाले एक नेता ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया कि पिछले एक महीने से नीतीश कुमार करीबी नेताओं से कह रहे हैं कि अरे, सीट तो फाइनल कर लो। इसके बावजूद सीटों का बंटवारा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली गए, लेकिन नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए। उनकी मुलाकात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई। कहा जा रहा है कि सीटों का मसला इस मुलकात में भी नहीं सुलझा। इसी के बाद वह घटना सामने आई, जिसमें वे प्रधानमंत्री मोदी को कुछ समझाते दिख रहे हैं। दोनों नेताओं के साथ भाजपा अध्यक्ष नड्डा, बिहार के दो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी तथा विजय सिन्हा भी साथ खड़े हैं।
याद रहे चार दिन पहले लोजपा प्रमुख चिराग पासवान मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे और नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा इस बार जदयू की सीटें कम करना चाहती है। उसका कहना है कि चिराग पासवान की अधिक सीटों की मांग है।
अब जबकि नीतीश कुमार 115 सीटों से कम लेने को तैयार नहीं हैं, तो स्वाभाविक तौर पर चिराग पासवान की सीटें कम होंगी। जदयू के एक नेता ने कहा कि उनकी पार्टी में आम चर्चा है कि चिराग पासवान को 15-17 सीटों से ज्यादा नहीं मिलेगा। अगर ऐसा हुआ, तो चिराग पासवान का बिहार लौटना फिलहाल टल सकता है। हाल में उन्होंने कई बार कहा था कि वे दिल्ली की राजनीति छोड़ कर बिहार की राजनीति करना चाहते हैं। कई लोजपा समर्थकों ने उन्हें बिहार का अगला मुख्यमंत्री भी बताया था।