नीतीश के पक्ष में बोले मांझी, तो संघी ने दी जातिवादी गाली
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने में सहयोग की बात की, तो खुद को आरएसएस का सदस्य बतानेवाले दे रहे जातिवादी गाली।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के पद पर पहुंचाने में सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश को तोड़नेवालों से लड़कर भारत को जोड़ेंगे। मांझी के इस बयान से आरएसएस सदस्य गाली-गलौज पर उतर आए।
आज पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा-देश को जोड़ने वाले सरदार बल्लभ भाई पटेल के वक्त तो हम चूक गएं थें। आज फिर वक्त आ गया है जब हमें मौका मिल रहा है कि पटेल समाज के बेटे @NitishKumar जी को हम 2024 में प्रधानमंत्री बनाएं। “तब सरदार पटेल ने देश जोड़ा था,अब फिर पटेल का बेटा ही देश तोड़ने वालों से लड़कर देश जोड़ेगा।”
पूर्व मुख्यमंत्री मांझी के इस बयान से खुद को आरएसएस का सदस्य तथा राष्ट्रवादी बतानेवाले गोस्वामी रविप्रकाश गिरि ने देखिए किस प्रकार जातिवादी टिप्पणी की। गिरि ने कहा कि आप तो केवल मूस (चुहा) कैसे पकाया जाता है, यही बताइए। गिरि ने लिखा-मुसहर दास जी, मुस कैसे बनता है आप केवल यही बनाइए। राजनीति आपको आती नहीं चले आते हैं जबरजस्ती समझने। देश का बेटा देशसेवा कर रहा है…।
मुसहर दास जी
— Goswami Raviprakash Giri 🇮🇳 (@GiriRaviprakash) September 1, 2022
मुस कैसे बनता है आप केवल यही बनाइये
राजनीति आपको आती नहीं चले आते है जबरजस्ती समझने
देश का बेटा देश सेवा कर रहा है आप सभी लोग बिहार को लूटने के काम किये है और यही कीजिये
पूरे बिहारी समाज को बदनाम कर दिये है
कभी इस नाव पे कभी उस नाव पे करते रहिये
पूर्व मुख्यमंत्री मांझी की ट्वीट के जवाब में जीतिवादी टिप्पणी करने के खिलाफ मामले ने तूल पकड़ा, तो आरएसएस कह सकता है कि इस गिरि का संघ से कोई संबंध नहीं है। गिरि ने अपने ट्विटर की डीपी में खुद को संघ का सदस्य और राष्ट्रवादी बताया है। भारत माता की जय भी लिखा है, लेकिन तिरंगा झंडा के बदले धार्मिक झंडा लगाए हुए है।
दरअसल कल तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। उसके बाद से ही नीतीश कुमार के राष्ट्रीय राजनीति में उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसी संदर्भ में पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने में अपने समर्थन का इजहार किया।
एक ही दिन एक ही पाली में होगी BPSC(PT)