मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री के पैर छूए। कई लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री बीमार हैं और उनके इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए। वहीं बिहार में शासन के हाल पर कई लोगों ने चिंता जताई है। उधर भाजपा ने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए सरकार बनने से उत्साहित हैं।
दिल्ली में एनडीए संसदीय दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बात रखने के बाद प्रधानमंत्री के पैर छूए। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन दूसरे हाथ से नीतीश ने पैर छूए। भाजपा समर्थक इस घटना को नीतीश कुमार का अतिउत्साह बता रहे हैं। खुद भाजपा ने भी कहा कि नीतीश कुमार उत्साह में हैं। वहीं वरिष्ठ पत्रकार और हिंदुस्तान टाइम्स के राजनीतिक संपादक विनोद शर्मा ने कहा- इनकी सोचने समझने (cognitive faculties) की शक्ति की जाँच के लिए एक बड़े मेडिकल बोर्ड का गठन ज़रूरी है। सम्माजनक सवाल : क्या वो अपने पद का NDA संसदीय दल की बैठक में अपने भाषण के बाद नीतीश कुमार मोदी के पैर छूने की कोशिश करते हुए.. अपने हमउम्र मोदी के सामने इतना झुकते नीतीश कुमार को आखिर हुआ क्या है ?निर्वाह करने में सक्षम हैं ? पत्रकार अजीत अंजुम ने कहा – NDA संसदीय दल की बैठक में अपने भाषण के बाद नीतीश कुमार मोदी के पैर छूने की कोशिश करते हुए.. अपने हमउम्र मोदी के सामने इतना झुकते नीतीश कुमार को आखिर हुआ क्या है ?
बिहार के कई लोगों ने सोशल मीडिया में लिखा कि जिस प्रकार नीतीश कुमार ने मोदी के पैर छुए, उससे बिहार अपमानित हुआ।
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इसी के साथ बिहार में एक बार फिर नेतृत्व का सवाल उठ गया है। अब लोग खुल कर कहने लगे हैं कि नीतीश कुमार बीमार हैं। शासन किस प्रकार चल रहा है, कौन निर्णय ले रहा है, ये सब सवाल उठने लगे हैं। जदयू में नीतीश कुमार के बाद कौन नेता होंगे, जिन्हें सभी स्वीकार कर लेंगे, इस पर मंथन जारी है।