न्याय यात्रा : पहले युद्ध स्मारक जाएंगे राहुल, ‘इंडिया’ को भी आमंत्रण
न्याय यात्रा : पहले युद्ध स्मारक जाएंगे राहुल, ‘इंडिया’ को भी आमंत्रण। 132 साल पहले मणिपुर ने अंग्रेजी सेना से किया था मुकाबला। 50 से ज्यादा शहीद हुए थे।
राहुल गांधी 14 जनवरी को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करेंगे। सुबह वे इंफाल पहुंचने के बाद सबसे पहले खोंगजोम युद्ध स्मारक जाएंगे। इस युद्ध स्मारक का बड़ा महत्व है। आज से 132 साल पहले मणिपुर के राजा ने अंग्रेजों की ताकतवर सेना का जबरदस्त मुकाबला किया था। अंग्रेजों को रोकने के लिए मणिपुर वासियों ने बहादुरी से मुकाबला किया। युद्ध में 50 से ज्यादा मणिपुरी शहीद हुए थे। यहां हर साल 23 मार्च को खोंगजोम युद्ध दिवस मनाया जाता है। यहां से यात्रा शुरू करके राहुल गांधी एक बार फिर से भारत की आजादी की लड़ाई की याद दिलाएंगे, जिसमें आरएसएस ने हिस्सा नहीं लिया था।
डेढ़ साल पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी ने भारत जोड़ो पदयात्रा निकाली। अब वे 14 जनवरी को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करेंगे। राज्य सरकार ने उन्हें इंफाल से यात्रा शुरू करने की इजात नहीं दी। इसके बाद कांग्रेस नेतृत्व ने बगल के जिले से यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया। अब यात्रा थौबल से शुरू होगी।
न्याय यात्रा की जानकारी देते हुए कांग्रेस के कम्युनिकेशन हेड सांसद जयराम रमेश ने कहा कि 14 जनवरी को मणिपुर के थौबल से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत होने वाली है। कल राहुल गांधी जी 11 बजे इंफाल आएंगे और सबसे पहले खोंगजोम युद्ध स्मारक जाएंगे। इस युद्ध स्मारक का महत्व सिर्फ मणिपुर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है।
उन्होंने कहा कि PM मोदी अमृतकाल के सुनहरे सपने दिखा रहे हैं, लेकिन हकीकत है कि ‘पिछले 10 साल, अन्याय के काल’ रहे हैं। पिछले 10 साल में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय हुआ है, उसी को ध्यान में रखते हुए ये ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाली जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी। यह यात्रा हमारे देश की राजनीति में परिवर्तनकारी क्षण बनकर उभरी थी। उसी को आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी जी कल ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत कर रहे हैं। यानी हमारा पहला कदम भारत जोड़ो यात्रा था और अब दूसरा कदम भारत जोड़ो न्याय यात्रा है।
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