लोकसभा से 100 सांसदों को सस्पेंड करनेवाले ओम बिरला ने भाजपा की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर दिया। विपक्ष की तरफ से सबसे वरिष्ठ आठवीं बार सांसद चुने गए दलित वर्ग से आने वाले के सुरेश ने नामांकन किया है। 75 साल में पहली बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कल शाम केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का फोन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पास आया था। राजनाथ सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए समर्थन मांगा। खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा की है। हम समर्थन करने को तैयार हैं, लेकिन परंपरा के अनुसार उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि वे कॉल बैक करते हैं, लेकिन उनका फोन नहीं आया। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को विपक्ष का सहयोग नहीं चाहिए। इसके थोड़ी देर बाद विपक्ष की तरफ से लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद के सुरेश ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कर दिया। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। ये इनकी रणनीति है, लेकिन इन्हें इसे बदलना ही पड़ेगा। क्योंकि पूरा देश जानता है कि PM मोदी के शब्दों का कोई मतलब नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिन ओम बिरला जी ने करीब 100 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया था, BJP ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है। वहीं विपक्ष ने दलित समाज से सांसद रहे के. सुरेश जी को प्रत्याशी बनाया है। कुछ लड़ाईयां लड़नी जरूरी होती हैं, ताकि अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले याद रहें।
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उधर भाजपा की सहयोगी पार्टियों जदयू तथा टीडीपी ने भाजपा के प्रत्याशी उतारने का समर्थन किया है। चुनाव में ओम बिरला के जीत जाने की संभावना है, लेकिन विपक्ष ने अपना प्रत्याशी अपनी बात कहने तथा सत्ता पक्ष को घेरने का रास्ता निकाल लिया है।
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