पहली बार RJD की आंबेडकर जयंती हर प्रखंड में, किस पर निशाना?
इस बार राजद के लिए आंबेडकर जयंती औपचारिक समारोह भर नहीं है। भाजपा नेताओं के बच्चे अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ रहे और दलित बच्चों के हाथ में तलवार थमाया जा रहा।

रामनवमी में इस बार बिहार भी बदनाम हुआ। मुजफ्फरपुर में मस्जिद पर झंडा फहराया गया। हिंसक और नफरती नारे लगे। भाजपा के बड़े नेताओं के बच्चे तो दून के अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं और दलित के बच्चों के हाथ में तलवार पकड़ाया जा रहा है। भाजपा और आरएसएस के हिंदुत्व के नशे में दलित और अति पिछड़े अपना भविष्य खराब कर रहे हैं।
राजद प्रवक्ता चिनरंजन गगन ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया कि आज देश के संविधान पर संकट है। संविधान सहित देश की सभी संस्थाओं को पंगु बनाया जा रहा है। इस परिस्थिति में इस बार आंबेडकर जयंती राजद के लिए विशेष है। पहली बार पार्टी ने बड़े स्तर पर हर प्रखंड में आंबेडकर जयंती मनाने का निर्णय लिया है। जयंती के जरिये राजद व्यापक दलितों के बीच जाएगा और उन्हें हिंदुत्व के खतरनाक परिणामों के प्रति आगाह करेगा।
गगन ने कहा कि पार्टी के सभी सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, पार्टी एवं इसके सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश पदाधिकारी के साथ ही पार्टी से जुड़े सभी नेता और कार्यकर्ता अपने-अपने जिला मुख्यालयों पर आयोजित समारोह में भाग लेंगे। प्रदेश कार्यालय में बाबा साहब को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के पश्चात मिलन समारोह का आयोजन किया गया है। इसमें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामलखन राम “रमण ” की घर वापसी होगी। वे अपने साथियों और समर्थकों के साथ कल बाबा साहब की जयंती के अवसर पर राजद की सदस्यता ग्रहण करेंगे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव समारोह का उद्घाटन करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह की अध्यक्षता मे आयोजित समारोह मे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।