पाकिस्तान को एटम बम देने वाले वैज्ञानिक कदीर खान नहीं रहे
पाकिस्तान के लिए एटम बम बनाने वाले वैज्ञानिक अब्दुल कदीर खान का निधन हो गया है. प्रधान मंत्री इमरान खान ने उन्हें देश का राष्ट्रीय ऑइकन बताया है.
उन्होंने पाकिस्तान को अमेरिका, रुस, चीन, यूके, फ्रांस, इसराइल और भारत की तरह एटमी शक्ति सम्पन्न देशों की श्रेणी में खड़ा कर दिया था.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज़ खट्टक ने ट्वीट कर उनके निधन को दुखद बताते हुए पाकिस्तान के लिए बड़ा नुकसान बताया है.
लखीमपुर नरसंहार;क्या मोदी की चुप्पी उनकी बेबसी है
खट्टक ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”डॉ ख़ान ने मुल्क की जो सेवा की है, पाकिस्तान उसका हमेशा सम्मान करेगा. पाकिस्तान की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में मुल्क उनका हमेशा ऋणी रहेगा.”
उधर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने भी ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- ”डॉ अब्दुल क़दीर ख़ान का निधन बहुत ही दुखद है. उन्हें मुल्क को लोग बहुत प्यार करते थे क्योंकि पाकिस्तान को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने में उनकी अहम भूमिका थी. इससे पाकिस्तान को एक आक्रामक परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसी से सुरक्षा मिली. पाकिस्तानियों के लिए वो राष्ट्रीय प्रेरक थे.”
ڈاکٹرعبدالقدیر خان کے انتقال پر بےحد افسردہ ہوں۔ہمیں ایک جوہری اسلحے سےلیس ریاست بنانےمیں انکے اہم کردار کےباعث قوم انہیں محبوب رکھتی تھی۔ انکی اس خدمات نےہمیں خود سےبہت بڑے ایک جارحیت پسند اور جوہری ہمسائےسےمحفوظ بنایا۔ عوامِ پاکستان کیلئےان کی حیثیت ایک قومی ہیرو کی سی تھی۔
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 10, 2021
डॉ अब्दुल क़दीर ख़ान मूल रूप से अविभाजित भारत के नागरिक थे. उनका जन्म भोपाल में हुआ था. डॉ ख़ान विभाजन के बाद पूरे परिवार के साथ पाकिस्तान आ गए थे.
परमाणु कार्यक्रम के जनक
डॉ ख़ान को पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम का जनक जाता है. माना जाता है.
अब्दुल क़दीर ख़ान 2004 में वैश्विक परमाणु प्रसार स्कैंडल के केंद्र में थे. उन पर परमाणु मटीरियल के प्रसार का आरोप लगा था. टेलीविजन पर प्रसारित एक संदेश में डॉ ख़ान ने ईरान, उत्तर कोरिया और लीबिया को परमाणु तकनीक बेचने की बात को स्वीकार भी किया था.