पप्पू को कुछ हुआ, तो एंबुलेंस चोरों को चौराहे पर ला दूंगी : रंजीता
जो पप्पू यादव के साथ हो रहा है, वह तो अंग्रेजी शासन में भी कभी नहीं हुआ। अब पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने कहा कि पप्पू को कुछ हुआ, तो सत्ता हिला कर रख दूंगी।
कुमार अनिल
इतिहास के शिक्षक भी शायद कोई दूसरा उदाहरण खोज कर नहीं बता पाएं, जो पूर्व सांसद पप्पू यादव के साथ राज्य सरकार कर रही है। वहीं यह भी सत्य है पप्पू ने जो किया, जिस साहस के साथ, जितना खतरा उठाकर एंबुलेंस कांड का पर्दाफाश किया, वैसा दूसरा उदाहरण भी खोजना मुश्किल है।
पप्पू यादव को भले ही सरकार ने मुजरिम मानते हुए जेल में डाल दिया है, लोकिन जनता की नजर में वे नायक बन कर ऊभरे हैं।
इस बीच पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने आज चुनौती भरे शब्दों में सरकार पर हमला बोला है, उन्होंने ट्विट किया- पप्पू जी कोरोना निगेटिव हैं, अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको, इस साजिश में शामिल चार लोगों एवं एम्बुलेंस चोरों को CM आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं।
पप्पू यादव ने भी ट्विट किया- नीतीश जी, गांठ बांध लीजिए कि जब कोरोना महामारी में लोगों के बीच जाने से मरने की बात से नहीं डरा, तो आपके जुल्म से क्या झुकूंगा? मैं, मेरे साथी और मेरा परिवार न डरा है न डरेगा! BJP को उसकी औकात दिखा चुका हूं। आप अपनी कुर्सी की चिंता कीजिए।जिंदगियां बचाने की लड़ाई जारी रहेगी।
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पप्पू यादव ने देश की राजनीति में नया भूचाल ला दिया है। उन्हें कांग्रेस, वाम दलों सहित अनेक दलों के साथ ही समाजसेवी और सोशल मीडिया सेलेब्रिटीज का भी पूरा समर्थन मिल रहा है। ‘बिहार में का बा..’ व्यंग्य गीत से देशभर में चर्चित हुई नेहा सिंह राठौर ने खुलकर पप्पू यादव का समर्थन किया है। उन्हें जनता का सच्चा नायक बताया।
पप्पू यादव को मिल रहे समर्थन से बिहार में सत्तापक्ष भले ही ऊपर से ऐसा दिखा रहा हो, जैसे कुछ खास बात नहीं है, लेकिन उन्हें भी सच्चाई पता है। आज भाजपा का समर्थक भी भाजपा सांसद रूडी का बचाव नहीं कर रहा। वह भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी को सही नहीं ठहरा पा रहा। इसके विपरीत पप्पू के पक्ष में सहानुभूति की लहर है।
पप्पू यादव ने न सिर्फ भाजपा को कठघरे में खड़ा कर दिया है, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी प्रतिष्ठा बेहद कमजोर हुई है। पप्पू को मिल रहे समर्थन से राजद खेमा भी असहज महसूस कर रहा है। राजद के किसी बड़े नेता ने अबतक पप्पू यादव का समर्थन नहीं किया है। अगर किसी ने पप्पू के खिलाफ बयान दिया, तो उसे भी राजनीतिक नुकसान होगा। कायदे से राजद को दलीय भावना से ऊपर उठकर पप्पू के साथ जो अन्याय हो रहा है, उसका विरोध करना चाहिए।
पप्पू को मिल रहा समर्थन बताता है कि सवाल सिर्फ पप्पू का नहीं है, बिहार का है। बिहार में महामारी में अवसर तलाश रहे लोगों को बेनकाब करने, पीड़ितों को मदद पहुंचाने का है।