दक्षिण-पश्चिम बिहार में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। 42 से 47 डिग्री तक तापमान रह रहा है। इसे देखते हुए पटना के जिलाधिकारी ने 19 जून तक जिले के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया। पटना जिलाधिकारी के आदेश के बाद गया के जिलाधिकारी ने भी 19 जून तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया।
मालूम हो कि बिहार में सर्वाधिक गर्मी और लू का प्रकोप पटना, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर में है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल है। अब तक भीषण गर्मी के कारण कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। स्कूलों में बच्चों की तबीयत बिगड़ने तथा बेहोश होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कई शिक्षक भी बीमार पड़ चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर पटना जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सोमवार को 19 जून तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया। इसी के साथ गया के जिलाधिकारी डॉ. त्याग राजन एसएस ने भी गया जिले के सभी स्कूलों को 19 जून तक बंद रखने का आदेश दिया।
मौसम विभाग का कहना है कि बिहार में 21 जून तक मॉनसून आने की संभावना है। मौसम विभाग ने तब तक दक्षिण बिहार के जिलों में भीषण गर्मी जारी रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग की चेतावनी के दोखते हुए कायदे से 21 जून तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया जाना चाहिए था। राज्य के कई शिक्षक संगठनों ने भी ऐसी ही अपील जारी की है, लेकिन फिलहाल जिलाधिकारी ने 19 जून तक ही स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है।
————-
रेल हादसे पर विपक्ष ने कहा मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद कर दिया
बिहार के उत्तर पूर्वी जिलों किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया तथा उत्तर बिहार के नेपाल से सटने वाले जिलों मधुबनी, सुपौल आदि में अपेक्षाकृत गर्मी का प्रकोप कम है। उत्तर पूर्वी बिहार के कई जिलों में पिछले दिनों बारिश भी हुई है। अब पूरे बिहार की नजर मॉनसून पर अटकी है। पहले खबर थी कि 13 जून तक मॉनसून बिहार में प्रवेश करेगा और 21 जून तक प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है। म़नसून किशनगंज होकर बिहार में प्रवेश करेगा। पटना तक मॉनसूनी बादलों के पहुंचने में दो दिन का वक्त लगता है।