पटना में कर्पूरी चर्चा, जदयू की ऐतिहासिक रैली 24 को
पटना में कर्पूरी चर्चा, जदयू की ऐतिहासिक रैली 24 को। प्रदेश भर से जुटेंगे कार्यकर्ता। भाजपा को कहा पिछड़ा-अतिपिछड़ा विरोधी। लोस चुनाव में भाजपा की विदाई तय।
आगामी 24 जनवरी को पटना में कर्पूरी जयंती के मौके पर जदयू ने ऐतिहासिक महारैली करने का निर्णय लिया है। रैली की सफलता के लिए शनिवार को पटना के आलमगंज स्थित जदयू कार्यालय में कर्पूरी चर्चा आयोजित की गई। चर्चा में पार्टी की पटना इकाई के अध्यक्ष आसिफ कमाल ने कहा कि भाजपा पिछड़ा, अतिपिछड़ा और दलित विरोधी है। उसने जाति गणना को रोकने के लिए तमाम तिकड़में कीं, लेकिन जनता समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि जदयू ही कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने आम लोगों से 24 जनवरी को जदयू की रैली में शामिल होने की अपील की।
कर्पूरी चर्चा को संबोधित करते हुए जदयू के युवा नेता मोहम्मद शहजाद ने कहा कि 2024 चुनाव में भाजपा को बोरिया-बिस्तर बंधना तय है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशभर का दौरा करके विपक्षी दलों को एकजुट किया। गठबंधन की राजनीति कैसे चलती है, इस मामले में नीतीश कुमार से ज्यादा अनुभवी कोई नेता नहीं है। नीतीश कुमार सभी को जोड़कर चलते रहे हैं। उन्होंने कभी सांप्रदायिकाता से समझौता नहीं किया। जब भी नफरत फैलाने की कोशिश की गई, मुख्यमंत्री ने तत्परता से रोका और राज्य में अमन-चैन बना कर रखा। मोहम्मद शहजाद ने आगे कहा कि कर्पूरी ठाकुर की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए ही नीतीश कुमार ने जाति गणना कराई तथा पिछड़ों-अतिपिछड़ों का आरक्षण कोटा बढ़ाया। उन्होंने भी 24 जनवरी को वेटनरी ग्राउंड में होने वाली रैली को सफल बनाने की अपील की।
कर्पूरी चर्चा में जिला अध्यक्ष आसिफ कमाल, मोहम्मद शहजाद के अलावा प्रदेश सचिव मनोरंजन गिरि, सेक्टर अध्यक्ष मुकेश ठाकुर, अनंत अरोड़ा, फिरोज खान, राजिक अली कमाल, एडवोकेट नुजहत परवीन तथा सलमा खातून ने भी अपने विचार रखे।
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