पटना : थानाध्यक्ष ने कुख्यात को 2KM खदेड़ा, पटका-पटकी भी हुई
पटना के पत्रकारनगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने एक कुख्यात को 2KM खदेड़ा। कुख्यात ने रिवाल्वर तान दिया, लेकिन फिर भी उसे दबोचा। पटका-पटकी भी हुई।
पटना के पत्रकारनगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने एक बार फिर साहस और सूझबूझ का परिचय दिया है। उन्होंने पटना सिटी इलाके के एक कुख्यात को 2KM तक खदेड़ा। जब वे करीब पहुंचे, तो कुख्यात ने रिवाल्वर तान दिया। लेकिन थानाध्यक्ष ने हिम्मत न हारी और भिड़ गए। फिर तो पटका-पटकी भी हुई। आखिरकार वह कुख्यात पकड़ा गया। उसका रिवाल्वर पुलिस ने जब्त किया।
घटना पटना के पत्रकारनगर थाना क्षेत्र के केंद्रीय विद्यालय के पास की है। थानाध्यक्ष ने देखा कि सिटी का कुख्यात अपराधी गोलू चौधरी अपने एक सहयोगी के साथ केंद्रीय विद्यालय से मलाहीपकड़ी की तरफ जा रहा है। उन्होंने उन्हें रुकने का इशारा किया, तो वे भागने लगे। दोनों बाइक पर सवार थे। थानाध्यक्ष ने पीछा किया, तो कुख्यात अपराधी गोलू और उसका सहयोगी कुछ दूर आगे जा कर बाइक छोड़ कर पैदल ही भागने लगे। थानाध्यक्ष ने अकेले ही पीछा किया और मलाही पकड़ी के पास दबोचने की कोशिश की। इस पर गोलू ने पिस्टल तान दिया। इसके बावजूद थानाध्यक्ष ने हिम्मत दिखाई और भिड़ गए। दोनों में पटका-पटकी होने लगी। तब तक पुलिस भी पहुंच गई। इस बीच गोलू का सहयोगी मौका पा कर फरार हो गया।
गोलू के पास से 7.65 बोर का पिस्टल जब्त किया। इसकी कीमत 40 हजार बताई जाती है। थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती पहले भी अपराधियों से सीधे भिड़ते रहे हैं। उन्हें कई बार सम्मानित किया गया है। शराबबंदी के बेहतर अनुपालन और कार्रवाई के लिए उन्हें मद्य निषेद पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
यहां ध्यान देनेवाली बात यह है कि मनोरंजन भारती चाहते तो कुख्यात पर गोली चला सकते थे, लेकिन उन्होंने उसे जिंदा पकड़ा। यही सही तरीका है। कई ऐसे राज्य हैं, जहां अपराधी को पकड़ने पर जोर नहीं रहता, बल्कि एनकाउंटर कर दिया जाता है। उन एनकाउंटरों पर विवाद भी होते रहते हैं। मानवाधिकार की दृष्टि से भी एनकाउंटर पर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन मनोरंजन भारती ने जिस तरह कुख्यात को पकड़ा, उसकी सराहना ही की जा सकती है। पत्रकारनगर के कई लोगों ने कहा कि इस तरह हर थाने की पुलिस सक्रिय हो, तो अपराध पर काबू पाया जा सकता है।
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