फुले का मजाक उड़ाने पर बवाल, 22 सेकेंड में गवर्नर को भागना पड़ा
महाराष्ट्र के राज्यपाल ने सावित्री बाई फुले का मजाक उड़ाया। कांग्रेस ने उनके भाषण को कहा घिनौना। विधानमंडल पहुंचे, तो भारी विरोध। 22 सेकेंड में भागे।
कुमार अनिल
संघ के पुराने नेता तथा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके तथा वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने बहुत ही भद्दे ढंग से महान समाज सुधारक सावित्री बाई फुले का मजाक उड़ाया। देशभर में हो रहा विरोध। आज विधानसभा में संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करने पहुंचे, तो इतना हंगामा हुआ कि सिर्फ 22 सेकेंड में उन्हें एक तरह से भागना पड़ा।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने पुणे में सावित्री बाई फुले की प्रतिमा का अनावरण करते हुए उन्हीं का मजाक उड़ाया। राज्यपाल ने कहा कि सावित्री बाई फुले की शादी 10 वर्ष की उम्र में हो गई थी। तब उनके पति ज्योति राव फुले की उम्र सिर्फ 13 वर्ष थी। सोचो दो लड़कों की शादी के बाद दोनों क्या करते होंगे। यही नहीं, उनकी बोलने की शैली मजाक उड़ाने की है। वे हंस-हंस कर मजाक उड़ाते हुए कह रहे हैं। इसे कांग्रेस ने घिनौना कहा है। राज्यपाल क्या कह रहे हैं इस वीडियो में सुनिए-
काय ते हातवारे, काय ते हसणं…
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) March 2, 2022
सारचं किळसवाणं.
क्रांतिज्योती सावित्रीबाई फुलेंबद्दल बोलताना कोश्यारींच्या बोलण्यातून संघाची विकृत मानसिकताच दिसते.
कुठे, कधी, काय बोलावं याचं भान नसणारा राज्यपाल लाभणं हे महाराष्ट्राचं दुर्दैव! pic.twitter.com/fyuF9uVUdn
आज जैसे ही राज्यपाल कोशियारी महाराष्ट्र विधानमंडल के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करने पहुंचे, तो ऐतिहासिक विरोध हुआ। कई विधायक शीर्षासन में दिखे। सिर नीचे और पैर ऊपर। हंगामा इतना जोरदार हुआ कि सिर्फ 22 सेकेंड में उन्हें सदन से किसी तरह भागना पड़ा।
राज्यपाल का यह वीडियो सामने आते ही देशभर से निंदा होने लगी। कांग्रेस ने राज्यपाल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने कहा कि जिस प्रकार राज्यपाल सावित्री बाई का मजाक उड़ा रहे हैं, वह बेहद घिनौना है।
सोशल मीडिया पर लगातार महाराष्ट्र के राज्यपाल के इस घिनौने वक्तव्य का लोग विरोध कर रहे हैं। कई लोगों ने यह भी लिखा है कि उनकी शादी 19 वीं सदी में हुई थी, तब यह भारत में आम बात थी। अनेक लोगों ने कहा कि महात्मा फुले पर इतनी भद्दी टिप्पणी क्या यही संघ और भाजपा का संस्कार है। माना जा रहा है कि मामला यहीं तक नहीं रुकेगा। सोशल मीडिया में राज्यपाल को हटाने की मांग शुरू हो गई है। पूरे प्रदेश में भाजपा बैकफुट पर आ गई है।
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