मोदी की चौथी चुनावी घोषणा : कोसी पुल का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने चुनाव से पहले बिहार के मिथिलांचल के लिए कोसी रेल महासेतु (Kosi rail Mahasetu) का उद्घाटन किया। इस परियोजना को केंद्र सरकार ने 2003-04 में ही हरी झंडी दी थी.
बता दें कि सेतु की लम्बाई 1.9 किलोमीटर है और इसके निर्माण पर 516 करोड़ रुपये की लागत आई है. 1887 में कोसी क्षेत्र कोसी को रेल से जोड़ने का काम शुरू हुआ था लेकिन 1934 में भारी बाढ़ और नेपाल में आए भूकम्प में यह तबाह हो गया था. इसके बाद कोसी रेल मार्ग के पुनर्निर्माण का काम नहीं हो पाया था. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस पुल के निर्माण को लेकर हम लोगों ने काफी प्रयास किया। यह मेरे लिए व्यक्तिगत खुशी की बात है।
यह भी जान लें की कोसी रेल महासेतु भारत-नेपाल सीमा के निकट स्थित है और यह रणनीतिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण है. महत्व है. पीएमओ (Prime Minister’s Office) ने कहा कि कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन क्षेत्र के लोगों की लंबी प्रतीक्षा का अंत करेगा और 86 साल पुराने उनके सपने को पूरा करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narednra Modi) ने शुक्रवार को बिहार में ‘ऐतिहासिक’ कोसी रेल महासेतु के साथ यात्री सुविधाओं से संबंधित रेल की 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया. मोदी ने जिन 12 रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमे किउल नदी पर एक रेल सेतु, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण से संबंधित, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बाढ़ और बख्तियारपुर में तीसरी लाइन परियोजना भी शामिल है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि करीब साढ़े आठ दशक पहले भूकंप की एक भीषण आपदा ने मिथिला और कोसी क्षेत्र को अलग-थलग कर दिया था. अब इन दोनों क्षेत्रो को जोड़ा जा रहा है. मोदी ने कहा कि आज कोसी महासेतु होते हुए सुपौल-आसनपुर कुपहा के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने से सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के लोगों को बहुत लाभ होगा.