युवा आंदोलन के आगे झुकी योगी सरकार, पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द
युवा आंदोलन के आगे झुकी योगी सरकार, पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द। यूपी में पेपर लीक बना बड़ा मुद्दा। चुनाव पर पड़ेगा असर। अखिलेश, प्रियंका ने कहा युवकों की जीत।
उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के खिलाफ युवा लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पहले तो भाजपा ने पेपर लीक से ही इनकार किया था। कल लखनऊ में युवकों ने भारी प्रदर्शन किया। युवकों को पुलिस ने खदेड़ा, लाठी भांजी और सैकड़ों युवाओं को हिरासत में भी लिया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। यूपी में पेपर लीक राजनीतिक मुद्दा बन गया है। अब शनिवार को योगी सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने इसे युवा आंदोलन की जीत बताया है। ध्यान रहे कल ही बेरोजगारी से तंग आकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले उसने अपनी डिग्रियां जला दीं।
पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द होने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा का निरस्त होना युवाओं की जीत है और भाजपा सरकार के प्रपंचों की हार। पहले तो भाजपाई कह रहे थे पेपर लीक ही नहीं हुए तो अब कैसे मान लिया। इसका मतलब अधिकारी और अपराधी मिले हुए थे और सरकार भी पीछे से अपना हाथ उनके सिर पर रखे हुई थी। लेकिन तमाम सबूतों के आगे चुनाव में ऐतिहासिक हार से बचने के लिए सरकार झुकने पर मजबूर हुई है। भाजपा सरकार नौकरियों के नाम पर जो खेल बेरोज़गार युवक-युवतियों से खेल रही है, उसका सच अब सब समझने लगे हैं। दिखावे के लिए नौकरियाँ निकालना, अरबों रुपये की फीस ले लेना, पेपर लीक होने देना फिर निरस्त करने का नाटक करना… ये खेल भाजपा को इस बार बहुत महँगा पड़ेगा। इस बार युवाओं ने ठान लिया है कि न बहकावे में आएंगे न किसी भाजपाई झांसे में। युवा अगले हर चुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे और हमेशा के लिए हटाएंगे। युवा कह रहे हैं कि फीस के नाम पर जो पैसा लिया गया है कहीं वो भाजपा का चुनावी फंड न बन जाए, इसीलिए अभ्यर्थियों का फार्म ज़मा रहे लेकिन भाजपा सरकार फीस का पैसा अभी लौटाए और जब कभी दुबारा परीक्षा हो तो ऑन लाइन डिजिटल पेमेंट से तुरंत फिर से फीस ले ले।
प्रियंका गांधी ने कहा- युवाओं की ताकत के सामने सरकार को झुकना पड़ा, यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द हो गई। कल तक सरकार में बैठे लोग पेपर लीक को झुठलाने की कोशिश में बयानबाजी कर रहे थे। जब युवाओं की शक्ति के सामने इनका झूठ नहीं टिका तो आज परीक्षा रद्द कर दी। यूपी में हर परीक्षा का पेपर लीक होना भाजपा सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार का सबूत तो है ही, उससे ज्यादा गंभीर है सरकार का बेपरवाह और भटकाऊ रवैया। पहले माना ही नहीं कि पेपर लीक हुआ। फिर छात्रों और अध्यापकों को धमकाने-डराने की कोशिश की, भ्रम फैलाने वाली बयानबाजी की। नतीजा ये है कि पेपर लीक करने वाले सरगना आजाद घूम रहे हैं। पूरा घटनाक्रम ये दिखाता है कि भाजपा सरकार युवाओं के भविष्य के प्रति नहीं, बल्कि अपनी छवि और परीक्षा माफिया को बचाने के प्रति गंभीर है। सरकार जल्द से जल्द नई तारीख की घोषणा करे और सुनिश्चित करे कि इस बार पेपर लीक नहीं होगा।