राहुल गांधी के बार-बार बिहार आने का असर अब साफ दिखने लगा है। शुक्रवार को वे राजगीर में थे, जहां बड़ी संख्या में अतिपिछड़ों की उपस्थिति देखी गई। कांग्रेस के संविधान रक्षा सम्मेलन के मंच पर राहुल गांधी के साथ नौकरशाही डॉट कॉम के संपादक इर्शादुल हक भी मौजूद थे। राहुल गांधी की उपस्थिति में उन्होंने अतिपिछड़ों के सम्मेलन को संबोधित किया।
अब तक अतिपिछड़ों में एनडीए का और खासकर नीतीश कुमार का प्रभाव ज्यादा माना जाता रहा है, लेकिन अब एनडीए के इस सामाजिक आधार में टूटन साफ दिखाई पड़ने लगा है। राजगीर में हुए सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा जाति गणना पर जोर दिया। कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि मोदी सरकरा सही ढंग से जाति गणना कराएगी। जिस दिन सही ढंग से जाति गणना होगी, उस दिन भाजपा की राजनीति खत्म हो जाएगी। कहा कि जाति गणना के लिए प्रश्नों को तैयर करने वाले अधिकारियों में एक भी 90 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करने वाला नहीं था। उन्होंने सवाल किया कि आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा का आइडिया कहां से आया। कहा कि वे इसे समाप्त करके रहेंगे। राहुल गांधी ने यहां भी नरेंदर..सरेंडर कहा। उनके ऐसा कहने पर खूब तालियां बजीं।
नौकरशाही डॉट कॉम के संपादक इर्शादुल हक ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हर बार अतिपिछड़े बंट जाते हैं, जिसका लाभ भाजपा को होता है। इस बार बंटना नही है। उन्होंने राहुल गांधी के लगातार जाति गणना का सवाल उठाने, पिछड़े-अतिपिछड़ों की समस्या को सामने लाने के लिए उनकी सराहना की।
बाद में राहुल गांधी गया जिले के गहलौर स्थित दशरथ मांझी के घर पहुंचे। वहां वे उनके बेटे भगीरथ मांझी तथा परिवार से मिले। कल ही देर शाम उन्होंने महिलाओं के साथ संवाद भी किया। महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध की पूजा करने के बाद वे दिल्ली लौट गए।