राज्य भर में छठ व्रतियों के बीच बांटे गए सूप-नारियल, फल और कद्दू
पूरा बिहार छठमय हो गया है। लाखों व्रतियों में बांटे गए सूप-नारियल, फल और कद्दू। पटना के चमनचक-विजयनगर छठ घाट पर भी बंटी पूजा सामग्री।
बिहार की किसी भी सड़क से गुजरिये, हर जगह आपको सड़क की सफाई करते लोग दिख जाएंगे। सड़कों से धूल खत्म करने के लिए लोग पानी का छिड़काव कर रहे हैं। चारों तरफ छठ गीत गूंज रहे हैं। हर वर्ग और हर उम्र के लोग घाट से सड़क तक सजाने में सक्रिय हैं। इसीलिए छठ को बिहार का लोक पर्व कहा जाता है।
पटना के चमनचक-विजयनगर छठ घाट पर शुक्रवार को सैकड़ों व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वितरण किया गया। ग्रामीणों तथा कॉलोनी वासियों ने मिलकर घाट को सुंदर तरीके से सजाया है। पूजन सामग्री का वितरण वार्ड 44 के समाजसेवी आशीष चंद्र यादव उर्फ सत्येंद्र यादव, वार्ड 45 की पार्षद प्रभा देवी, राजकुमार, किरण कुमार, राजीव कुमार और अन्य ने किया। आशीष चंद्र यादव पिछले 15 वर्षों से कई छठ घाटों पर अपने प्रयासों से पूजन सामग्री का वितरण कर रहे हैं। चमनचक-विजय नगर छठ घाट का निर्माण इसी वर्ष चैती छठ से पहले राजद विधायक रीतलाल यादव के सहयोग से हुआ।
उत्तर बिहार के चंपारण, सारण से लेकर कटिहार तक और मधुबनी से लेकर गया-नवादा तक छठ व्रतियों के बीच सूप-नारियल और अन्य पूजन सामग्री का वितरण किया गया। पूजन सामग्री का वितरण सुबह आठ बजे से शुरू हुआ, जो दिन भर चला। कई पूजा समितियों ने बताया कि कल शनिवार को भी पूजन सामग्री का वितरण किया जाएगा। हर वर्ग के लोग लगे हैं।
वैसे तो बिहार का छठ पर्व विशेष है, पर पटना में छठ का विशेष महत्व है। इस बार भी गंगा घाटों को सुंदर बनाने में सरकारी कर्मियों के अलावा पूजा समितियों के युवा दिन-रात लगे हैं। लाइटिंग ऐसी है कि हर कोना प्रकाशमय है। गंगा घाटों के अलावा पटना के मुहल्लों में भी छठ घाट है, जिनकी साफ-सफाई और सुंदरता देखते बन रही है।
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