रमेश हत्याकांड में कथित सुपारी किलर गिरफ्तार, पुलिस खामोश
साइबर सेल और एसटीएफ की मदद से मोतिहारी पुलिस ने एक कथित सुपारी किलर बिट्टू साह को गिरफ्तार किया है.
क्या रमेश यादव को अपनी हत्या का आभास था- हक की बात
इस गिरफ्तारी पर मोतिहारी पुलिस अपनी जुबान नहीं खोल रही लेकिन अनेक मीडिया ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया है कि बिट्टू साह को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है.
इस गिरफ्तारी की पुष्टि पूर्वी चम्पारण के एसपी कुमार आशीष ने हमारे सम्पादक इर्शादुल हक से की है. उन्होंने यह भी कहा कि बिट्टू के ड्रेडेड क्रिमिनल है जो दिन के उजाले में भी हत्या करता है.
इंजीनियरिंग का छात्र रहा बिट्टू साह कुंडवा चैनपुर के हसनपुर गांव का रहने वाला बताया जाता है. दैनिक भास्कर ने अपने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि
बिटटू से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। यह सुपारी किलर के अलावे और कई धंधा करता था, जिसकी निशानदेही पर मोतिहारी पुलिस छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि बिट्टू इंजीनियरिंग का छात्र था, जो पढ़ाई छोड़ कर पैसे के लिए हत्या करना शुरू कर दिया। इसका जेल में बंद कुख्यात सुमन सौरभ और अवधेश साह के साथ भी संपर्क था और उन्हीं के इशारे पर हत्या करता था। हालांकि इस संबंध के पुलिस कुछ बोलने से इनकार कर रही है।
कैसे मिली सफलता
इस हत्या मामले में पुलिस ने अपने साइबर सेल का भरपूर इस्तेमाल किया. सबसे पहले उसने 2 अप्रैल की सुबह छौड़ादानों के मटर चौक पर सक्रिय सभी मोबाइल फोन की सक्रियता को ट्रेस किया. घटना से पहले कौन कौन से फोन मोटर चौक के इर्द-गिर्द सक्रिय है उसे ट्रेस किया गया. फिर घटना के समय के आस पास तक कौन कौन से मोबाइल नम्बर से किन किन मोबाइल नम्बरों पर बात हुई इसकी जानकारी साइबर सेल ने जुटाई. मोबाइल के लोकेशन के पता चलने के बाद फिर इस बात का ध्यान रखा गया कि घटना को अंजाम दिये जाने के तुरंत बाद कौन कौन से मोबाइल सक्रिये हुए और अचानक स्वीचआफ हो गये. इस तकनीत के सहारे साइबर सेल ने इस क्राइम के अंजाम देने वाले तक पहुंचने की कोशिश की. इसी के तहत बताया जाता है कि बिट्टू साह को पकड़ा गया है.
भास्कर की खबरों में बताया गया है कि बिट्टू ने 2 अप्रैल को कथित तौर पर छौड़ादानों के मटर चौक पर सरे आम रमेश यादव की हत्या कर भाग गया था. इससे पहले उसके ऊपर आरोप है कि उसने 15 फरवरी को कुंडवा चैनपुर के वरुण सिंह की हत्या की थी. जबकि उस पर आरोप है कि 25 मार्च को उसने रामविनय नामक एक शिक्षक की हत्या कर दी थी. यह हत्या चिरैया के लालबगिया में हुई थी.
उधर जब मोतिहारी के एसपी को बिट्टू के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने स्पेशल टीम का गठन किया। इसमें टेक्निकल सेल भी शामिल था। इसी बीच टेक्निकल सेल को पता चला कि प्रमुख पति की हत्या करने के बाद बिट्टू अपने साथी के साथ नोएडा में छुपा है। इसके बाद स्पेशल टीम के साथ टेक्निकल टीम नोएडा पहुंची और बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उसके साथी भागने में सफल रहा।