RCP Singh ने आखिरकार नीतीश के सामने घुटने टेक ही दिये
राज्यसभा प्रत्याशी बनाये जाने के लिए आखिर-आखिर तक उम्मीद जताये RCP Singh को टिकट नहीं मिला तो उनके भविष्य के लिए अनेक कयासआराइयां हो रहीं थीं.
लेकिन टिकट कटने के 24 घंटे से भी कम समय में RCP Singh मीडिया के सामने हाजिर हुए और साफ कहा कि अब हमें पार्टी के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने संगठन को काफी विस्तार दिया था और मजबूती दी थी. अब वह पार्टी के लिए काम करेंगे.
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RCP Singh ने कहा कि वह पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष से कहेंगे कि पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों को विस्तारित किया जाये. उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के अंदर 33 प्रकोष्ठ बनाये थे. लेकिन उसे घटना कर महज 13 कर दिया गया. यह ठीक नहीं है. तमाम प्रकोष्ठों के नेता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. प्रकोष्ठों की संख्या बढ़ने से पार्टी का विस्तार होता है. इसलिए उन प्रकोष्ठों को पुनर्जीवित किया जाये.
गौरतलब है कि आरसीपी सिंह ने 7 जुलाई 2021 को केंद्रीय मंत्री की शपथ ली थी. उसके बाद उन्हें पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा था.
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उधर समझा जाता है कि केंद्रीय मंत्री बनने के लिए मात्र एक मंत्रिपद पार्टी को मिलने से नीतीश नाराज थे. और इसी कारण उनको राज्यसभा में दोबारा नहीं भेजा गया. हालांकि एक सवाल के जवाब में आरसीपी सिंह ने कहा कि वह नीतीश कुमार की सहमति से मंत्री बने थे.
गौरतलब है कि किसी सदन के सदस्य नहीं रह पाने के कारण उन्हें ज्यादा से ज्यादा छह महीने तक मंत्री पद पर रखा जा सकता है. लेकिन सरकार का कार्यकाल 2024 के मई तक है. ऐसे में अब सवाल यह है कि पार्टी की तरफ से केंद्र में मंत्री कौन होगा.