रिपब्लिक टीवी की कार से अपहरण, एक गिरफ्तार, रिपोर्टर फरार
अगर एनडीटीवी या द टेलिग्राफ की कार से किसी का अपहरण होता, तो देश में सारे चैलन चीख रहे होते, लेकिन मामला रिपब्लिक टीवी से जुड़ा है।
खुद को राष्ट्रवादी कहने वाले रिपब्लिक टीवी पर फर्जी ढंग से टीआरपी बढ़ाने और विज्ञापन हासिल करने का आरोप पहले से था, अब एक नया मामला जुड़ गया है। रिपब्लिक टीवी की कार का अपहरण के लिए उपयोग किया गया। पुलिस में मामला पहुंचते ही रिपोर्टर फरार हो गया है। ड्राइवर गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामला कोलकाता है। पत्रकार नरेंद्र नाथ मिश्रा ने ट्विट किया- रिपब्लिक चैनल के रिपोर्टर और गाड़ी के ड्राइवर पर किडनैपिंग का आरोप। यही आरोप दूसरे चैनल के स्टॉफ पर लगा होता तो अरनब अभी तक नागिन डांस करते हुए शो कर रहे होते। खैर, किसी एक का अपराध पूरे संस्था पर लागू नहीं होता यह अरनब को आगे से समझ जाना चाहिए।
रिपब्लिक टीवी ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि रिपब्लिक बांग्ला में कार्यरत पत्रकार प्रशिक्षु था। उसे सस्पेंड कर दिया गया है। इसका नाम अविषेक सेनगुप्ता है। रिपब्लिक के पत्रकार ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक व्यवसायी को धमकाया और अपहरण किया। सीबीआई अधिकारी बनकर उसने कितने रकम की मांग की, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
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मामला कोलकाता पुलिस ने दर्ज कर लिया है। ड्राइवर की गिरफ्तारी हो चुकी है। कई लोगों ने सोशल मीडिया में कमेंट किया है कि भाजपा शासित राज्य में घटना हुई होती, तो मामला दब जाता, लेकिन बंगाल में ममता की सरकार है। पत्रकार सेनगुप्ता की गिरफ्तारी के बाद असली कहानी सामने आएगी कि क्या इस कार्य में वह अकेले था या रिपब्लिक के कोई और भी पत्रकार, अधिकारी सामिल थे?
अब देखना है कि क्या चुनाव के दौरान भी भी सीबीआई अधिकारी बनकर बिजनेसमैन को धमकाया गया और रुपए ऐंठे गए? यह भी देखना रोचक होगा कि मामले के तार क्या अर्णब गोस्वामी तक पहुंचते हैं?