राजद कार्यालय में मनाई बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह की जयंती
राजद कार्यालय में मनाई बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह की जयंती। उन्होंने अपने काम और किरदार से ऐसी लंबी रेखा खिंची, जिसे आजतक कोई लांघ नहीं पाया।
आज राष्ट्रीय जनता दल के के राज्य कार्यालय में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री, बिहार केशरी बाबू श्री कृष्ण सिंह जी की जयंती समारोह पूर्वक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री वृषिण पटेल जी के अध्यक्षता में मनायी गई इस अवसर पर उनके तैल्य चित्र पर पर माल्यार्पण किया गया एवं पार्टी नेताओं द्वारा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया ।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में श्री वृषिण पटेल ने कहा कि वे बिहार के पहले मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने अपने काम और किरदार से ऐसे लम्बी रेखा खिची है , जिसे आज तक उसे कोई लाघ नहीं पाया। जातियों में विभाजित आज भी दलितों के सामने कई सारी मुस्किले हैं उस दौर में जब जाति के नाम पर छुआ-छुत एवं भेद-भाव था। उन्होंने अपने साथ दलितों को लेकर मन्दिर में प्रवेश किया जिससे उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा ।उनके शासन काल में विकास के मानक पर बिहार में कई सारे काम किये गये।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री करूणा सागर ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बचपन से हीं उनकी गिनती विद्यालय के होनकार छात्र के रूप में की जाती थी। कलकता विश्वविद्यालय से एम.ए. की पढ़ाई पुरी करने के बाद वे लौ की डिग्री लिये और मुंगेर में वकालत करने लगे ।1916 में वे गांधी जी से मिले और चम्पारण के किसानों के साथ खड़े हो गये। राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने उन्हें बिहार का पहला सत्याग्रही घोषित किया। 1939 में केन्द्रीय ऐसम्बली के सदस्य चुने गये। आजादी के बाद बिहार में सरकार का गठन हुआ तो वे पहले मुख्यमंत्री चुने गये ।वे आधुनिक बिहार के निर्माता है।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि श्रीबाबू सियासत की सूचिता के प्रतिक थे। उनके मृत्यु के बाद जब उनकी तिजोरी खोली गई तो मात्र उसमें 24500 रूपये और एक चिठ्ठी मिली जिसमें उन्होंने लिखा था कि इस राशि में से बीस हजार रूपये कांग्रेस पार्टी को देने और तीन हजार रूपये अपने शियासी दोस्त शाह उजैर मुनिबी के लड़के को दे दिया जाये। 500 रूपये उन्हेंने अपने नौकर को देने के लिखा था उन्होनें कहा कि श्रीबाबू के मुख्यमंत्रीत्व में जमीदारी समाप्त करने वाला बिहार देश पहला राज्य बना।
इस अवसर पर पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद, राष्ट्रीय महासचिव श्री बिन्नू यादव, पूर्व विधायक फुलेना सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष मधुमंजरी प्रदेश महासचिव, श्री संजय यादव, ई0 अशोक यादव, देवकुशुन ठाकुर, प्रमोद राम, डाॅ0 प्रेम कुमार गुप्ता, बल्ली यादव, मदन शर्मा, भाई अरूण, संटू यादव, देवेन्द्र प्रसाद सिंह, राजेश पाल, अभिषेक सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनवर आलम, युवा प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश यादव, शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कुमर राय के साथ हीं दीपक कुमार,जितेन्द्र शर्मा, पप्पू यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि श्रीबाबू के जयन्ती के उपलक्ष्य में पार्टी द्वारा श्री बाबू जयन्ती पखवारा मनाने का निर्णय लिया गया है।