RJD ने बताया केंद्र में किस विभाग में कितने पद खाली

राजद ने कहा, आठ साल तक हिंदू-मुस्लिम-पाकिस्तान करनेवाली केन्द्र की मोदी सरकार का रोजगार मेला देश के बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक है।

राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा बड़ी संख्या में दी जा रही नौकरी से केन्द्र सरकार की बेचैनी बढ़ गई है। और इसी बेचैनी में नौकरी के नाम पर पिछले आठ वर्षों से लगातार जुमलेबाजी करने वाली भाजपा सरकार को अब नौकरी की याद आ रही है वह भी मात्र 75 हजार। जबकि बिहार की महागठबंधन सरकार अपने मात्र दो महीने के कार्यकाल में हीं उससे ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दे चुकी है और अगले कुछ महीनों में हीं लाखों युवाओं को नौकरी देने जा रही है।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की हीं बड़ी उपलब्धि है कि आज करोड़ों रिक्तियां चुराने‌ वाली भाजपा को भी बेरोजगारों की याद आने लगी है।
राजद प्रवक्ता ने भाजपा को याद दिलाते हुए पुछा है कि प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को नौकरी देने, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान 19 लाख नौजवानों को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है केन्द्रीय सेवाओं में रिक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज केन्द्र की भाजपा सरकार एक करोड़ से ज्यादा रिक्तियां चुरा कर बैठी हुई है। पिछले आठ सालों में मात्र 7. 22 लाख नौकरी दी गई। जबकि 22.05 करोड़ लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। जबकि इस आठ साल में सार्वजनिक उपक्रमों सहित केन्द्र सरकार के मातहत विभागों में 90 लाख से ज्यादा पद रिक्त हुए हैं। जबसे केन्द्र में भाजपा की‌ सरकार बनी है नौकरी देने की संख्या में क्रमिक रूप से कमी आती गई। 2014-15 में जहां 1 लाख 30,423 को नौकरी दी गई। वहीं 2015-16 में 1लाख 11807 ; 2016-17 में 1लाख 1333 ; 2017-18 में घटकर 76147 और 2018-19 में मात्र 38100 लोगों को नौकरी दी गई। चुंकि 2019 में लोकसभा का चुनाव था इसलिए वर्ष 2019-20 में 1लाख 47,096 लोगों को नौकरी दी गई थी। गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में फिर नौकरी पाने वालों ‌की संख्या घटकर 38,850 हो गई।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि आज की तारीख में रेलवे में 3 लाख , डिफेंस में 2.75 लाख , गृह विभाग में 1.40 लाख , डाक विभाग में 90,000 , राजस्व विभाग में 80,000 के साथ हीं अखिल भारतीय स्तर पर 2019-20 में 60 लाख से ज्यादा पद रिक्त थे जिसे आज की तारीख में एक करोड़ पहुंचने का अनुमान है। सार्वजनिक उपक्रमों को जोड़ देने पर रिक्तियों की संख्या लगभग दो करोड़ से ज्यादा हो जाएगी।

राजद प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 14 जून को मा. प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषणा की गई थी कि अगले 18 महिनें में 10 लाख नौकरी देंगे।‌ इस घोषणा के पांच महीने हो गए, घोषणा के अनुसार अबतक 2 लाख 78 हजार लोगों को नौकरी मिल जानी चाहिए थी पर अभी मात्र 75000 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की बात की जा रही है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार करोड़ों रिक्तियां चुरा कर रखे हुए है और लाखों नौजवानों की उम्र सीमा समाप्त होते जा रहा है ‌आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। भाजपा नेताओं में यदि थोड़ी भी लाज और शर्म बचा हो तो उन्हें दूसरों से सवाल करने के बजाय अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।

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