रोजमाइन ट्रस्ट ने बंगाल के 500 छात्रों को गोद लेकर पढ़ाने का किया ऐलान

रोजमाइन ट्रस्ट ने बंगाल के 500 छात्रों को गोद लेकर पढ़ाने का किया ऐलान। अवैस अंबर लोन नहीं स्कॉलर्शिप देकर छात्रों की कर रहे मदद।

पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में एसोसिएट और कोऑर्डिनेटर मीट में पहुंचे रोजमाइन एजुकेशनल एंड चेरिटेलब ट्रस्ट के चेयरमैन अवैस अंबर ने पश्चिम बंगाल में ट्रस्ट के मिशन संकल्प का बिगुल बजा दिया है। 2024 सेशन में नामांकन के लिए ट्रस्ट के फॉर्म भरने की प्रक्रिया का भी शुभारंभ बर्धमान की घरती से किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे रोजमाइन के चेयरमैन अवैस अंबर ने कहा कि वेस्ट बर्धमान से ट्रस्ट 500 छात्रों को गोद लेकर पढ़ाने का काम करेगा। इस दौरान श्री अंबर ने बर्धमान सहित पूरे पश्चिम बंगाल की शिक्षा व्यवस्था पर चिंता चाहिर करते हुए कहा कि सबको मिलकर एक साथ काम करना होगा और तभी पश्चिम बंगाल में शिक्षा का स्तर अपने मानक को छू पाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही हम किसा भी समाज की दिशा और दशा बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी छात्र अपनी रूचि से किसी कोर्स को करना चाहते हैं वे सिर्फ अपने रहने-खाने और परीक्षा शुल्क का मामूली खर्च उठा लें रोजमाइन उन्हें पढ़ा देगा। इस दौरान श्री अबंर ने पश्चिम बंगाल में चल रही योजना स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जो छात्र लोन लेकर पढ़ना चाहते हैं वे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की तरफ जाएं, लेकिन जो छात्र लोन के झंझट में नहीं पड़ना चाहते वे सिर्फ अपने-रहने खाने का खर्च उठाएं, उनके कॉलेज की सारी फीस की जिम्मेदारी रोजमाइन ट्रस्ट की होगी।

श्री अंबर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल के लोगों से अपील की कि वे रोजमाइन के मिशन संकल्प का खूब प्रचार-प्रसार करें ताकि पश्चिम बंगाल में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति पैदा की जा सके। उन्होंने कहा कि रोजमाइन आम लोगों के जीवन को खास लोगों के जीवन में बलदने की दिशा में लगातार काम कर रहा है और ये काम बिना आपके सहयोग के संभव नहीं है। ज्ञात हो कि पूरे देश से रोजमाइन को भरपूर साथ मिल रहा है। और अंत में उन्होंने एक नारा दिया- पश्चिम बंगाल का नारा है- शिक्षा सबका सहारा है…।
स्टूडेट क्रेडिट कार्ड बनाम रोजमाइन का मिशन संकल्प

  1. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का लोन है, जिसे बाद में चुकाना होगा, लेकिन रोजमाइन के मिशन संकल्प से पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई के बाद कोई पैसा वापस नहीं करना है।
  2. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में चार प्रतिशत ब्याज के साथ पैसा वापस करना है, जबकि रोजमाइन का पैसा वापस ही नहीं करना है।
  3. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लोन है, जबकि रोजमाइन ट्रस्ट आपकी मदद कर रहा है।
  4. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से पढ़ने के बाद किसी कारणवश यदि आपकी नौकरी नहीं लगी तो आप पैसा नहीं लौटा पाएंगे, ऐसी स्थिति में आप पर कानूनी कार्रवाई होगी, बिहार में ऐसा हो रहा है, जबकि रोजमाइन के स्कॉलर्शिप के साथ ऐसा नहीं है, वो पैसा पूरी तरह आपका ही है।
    कर्ज, लोन और स्कॉलर्शिप में क्या फर्क है
    कर्ज- जरूरत के समय लिया गया पैसा, इसमें जितना पैसा लिया जाता है उतना ही लौटाना होता है, इस तरह की प्रक्रिया को कर्ज कहते हैं।
    लोन- जितना पैसा जरूरत के समय लिया जाता है, उसको कई प्रतिशत ब्याज के साथ वापस करना होता है। समय के साथ इसकी रकम बढ़ती जाती है। इसमें मूलधन से काफी अधिक पैसा लौटाना पड़ता है।
    स्कॉसर्शिप- इसमें जरूरत पर मिली रकम छात्र की खुद की मानी जाती है और इस पैसे को कभी लौटना नहीं पड़ता है। रोजमाइन आपको स्कॉलर्शिप दे रहा है न कि कर्ज और लोन।

रोजमाइन देश के राष्ट्रपति से सम्मानित संस्था है
रोजमाइन एजुकेशनल एंड चेरिटेबल ट्रस्ट पूरे देश की एक मात्र संस्था है जिसे दो देश के राष्ट्रपतियों से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त है। आपको बताते चलें कि रोजमाइन को देश के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम साहब ने बेहतर कार्यों के लिए सम्मानिक किया था। उन्होंने सम्मानित करते हुए कहा था- यू विल फ्लाइ…. यू विल फ्लाइ….। वहीं रोजमाइन ट्रस्ट को नेपाल की पूर्व राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने भी सम्मानित किया है। उन्होंने सम्मानित करते हुए कहा था- रोजमाइन नेपाल का भविष्य संवार देगा…।

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By Editor


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