रूपेश सिंह के परिजनों से आंख नहीं मिला पाए तेजस्वी

इंडिगो के युवा स्टेशन मैनेजर के परिजनों से मिलने उनके गांव पहुंचे तेजस्वी यादव भावुक हुए। आंख तक नहीं मिला पाए।

कुमार अनिल

पटना में पांच दिन पहले इंडिगो के युवा स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या के बाद से ही कानून-व्यवस्था का सवाल बना हुआ है। इस सवाल को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लगातार उठा रहे हैं। आज वे रूपेश सिंह के परिजनों से मिलने उनके गांव पहुंचे। वहां का माहौल दिल दहला देनेवाला था।

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जब मिलने पहुंचे तो रूपेश के पिता उनसे चिपट कर रोने लगे। उस पिता के दुख की कल्पना भला कौन कर सकता है, जिसके युवा बेटे की हत्या हो जाए। हर पिता चाहता है कि उसकी मौत पर बेटा उसे कंधा दे, लेकिन अगर पिता को बेटे का शव देखना पड़े, तो यह दुख किसी पहाड़ की तरह ही है। तेजस्वी पिता और परिजनों का दुख देखकर खुद भावुक हो गए।

वे रूपेश सिंह के परिजनों से आंख नहीं मिला पा रहे थे। कैसे मिलाते, परिजनों की आंखों में दर्द का समुद्र है। ऐसे समय सांत्वना देने पहुंचे व्यक्ति के लिए शब्द भी कम पड़ जाते हैं। निःशब्द होकर ही संवेदना दी जा सकती है। तेजस्वी भी क्या कहते, कोई भी शब्द न रूपेश को वापस ला सकता है और न ही परिजनों का दर्द कम कर सकता है।

बाद में वहां से लौटकर तेजस्वी ने कड़े शब्दों में जदयू-भाजपा सरकार की निंदा की और कहा कि पता नहीं राज्य के मुख्यमंत्री को किस प्रकार रात में नींद आती है। रोज हत्याएं हो रही हैं। रोज किसी का बेटा मारा जा रहा है तो किसी के सिर से पिता का साया उठ रहा है।

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एक दिन पहले रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी रूपेश सिंह के परिजनों से मिलने उनके गांव पहुंचे थे।

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