सदन में सरकार ने बोला झूठ, लोगों ने किया ट्रोल

मोदी सरकार ने संसद में कहा कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है। सरकार के जवाब के बाद सोशल मीडिया पर लोग सरकार को खूब ट्रोल कर रहे हैं।

कोविड की दूसरी लहर में मरीज की जान बचाने के लिए मुंह से सांस देती महिला

कोविड की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से एंबुलेंस में, ऑटो में, अस्पताल के दरवाजे पर, अस्पताल में लोग मरे। पूरा देश देखा। लेकिन आज मोदी सरकार ने संसद में कहा कि ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। इस दिन-दहाड़े झूठ के सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोग मोदी सरकार को खूब ट्रोल कर रहे हैं। देखते-देखते #oxygen ट्रेंड करने लगा। सोशल मीडिया में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की खबरों, तरह-तरह को फोटो लोग शेयर कर रहे हैं। आइए, देखते हैं, किसने क्या कहा?

युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने मोदी सरकार को बेशर्म कहा। ट्वीट किया-ऑक्सीजन की कमी से नही मारे गए, तो फिर किसी ने मोदी जी को बदनाम करने सबका ‘मर्डर’ कर दिया? थोड़ी सी भी शर्म नही आती न बेशर्मों?

कौन हैं भारत माता पुस्तक के लेखक और प्राध्यापक पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कहा-चलिए क़िस्सा ख़त्म कोई नहीं मरा ऑक्सीजन की कमी से, बस यह और कह दें हुज़ूर कि जो मरे वे सरकार को बदनाम करने की टूलकिट के तहत मरे। छुट्टी हुई।

जिन पत्रकारों के फोन टेप हुए, उनमें एक रोहिणी सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सफेद झूठ इसलिए बोल रही है, ताकि वह जासूसी मामले से #PegasusProject से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके।

फिल्म निर्माण से जुड़े विनोद कापरी ने प्रधानमंत्री मोदी का वह वीडियो फिर से जारी किया, जिसमें वे कह रहे हैं कि हमारी सीमा में न कोई घुसा था, न कोई घुसा है। वीडियो शेयर करते हुए कापरी ने लिखा-नरेंद्र मोदी के लिए सच को स्वीकर नहीं करना कोई नई बात नहीं है।

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एनडीटीवी के पत्रकार उमा शंकर सिंह ने ट्वीट किया-ऑक्सीजन की कमी से जिनकी तड़प-तड़प कर मौत हुई, उनकी आत्मा ने ये सुना होगा। उनकी आह (सरकार को) लगेगी।

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By Editor