सम्राट अशोक को औरंगजेब जैसा बताने पर बिफरा राजद

हिंदू राष्ट्र की राह में गांंधी-नेहरू ही नहीं बुद्ध भी बड़े बाधक हैं। संघ ने सम्राट अशोक को औरंगजेब जैसा बताया। राजद का करारा हमला। उपेंद्र कुशवाहा को घेरा।

राष्ट्रीय जनता दल ने आरएसएस द्वारा सम्राट अशोक को औरंगजेब जैसा बताने पर कड़ा प्रतिवाद जताया है। संघ में महाराष्ट्र के चितपावन ब्राह्मणों का वर्चस्व रहा है। राजद ने कहा कि ये चितपावन ब्राह्मण भारत से भगवान बुद्ध की विचारधारा को समाप्त करना चाहते हैं। मालूम हो कि बुद्ध ने स्वर्ग-नर्क, भगवान और उसकी भक्ति को नहीं माना था। इसीलिए उनके धर्म में ब्राह्मण-पुरोहित की कोई जगह नहीं है।

राजद ने एक खबर शेयर की है। हाल में नाटककार दया प्रसाद सिन्हा को साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है। इन्हें इनके नाटक सम्राट अशोक के लिए पुरस्कृत किया गया। इस नाटक में सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से की गई है। दया प्रसाद ने इंटरव्यू में कहा है कि अशोक बेहद क्रूर, बहुत कामुक और बदसूरत था। अपनी क्रूरता को छिपाने के लिए वह अतिधार्मिक हो गया।

राजद ने इस खबर को शेयर करते हुए ट्वीट किया-औरंगजेब के बहाने चितपावन संगठन RSS अब महान सम्राट अशोक और बौद्ध धर्म को मिटाने की साजिश में लग गया है। BJP की गोद में झूल रहे उपेंद्र कुशवाहा, केशव प्रसाद मौर्य और बेबी रानी मौर्य की इस बात में सहमति है क्या? राजद सम्राट अशोक का अपमान नहीं सहेगा। राजद ने अपने इस ट्वीट को उपेंद्र कुशवाहा सहित तीनों नेताओं को टैग किया है। कुशवाहा समाज सम्राट अशोक का अपना पूर्वज बताता रहा है। जबकि यह नाटक पूरी तरह सम्राट अशोक को खलनायक साबित करता है। अब देखना है कि सम्राट अशोक को ढोंगी बताने वाली इस खबर पर उपेंद्र कुशवाहा सहित अन्य कुशवाहा नेताओं और कुशवाहा समाज की क्या प्रतिक्रिया होती है। राजद के इस ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि राजद के बड़े कुशवाहा नेता इसे मुद्दा बनाएंगे।

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