संघ के गढ़ नागपुर पंचायत समिति चुनाव में BJP जीरो पर आउट
गजब हो गया। RSS के गढ़ नागपुर में पंचायत समिति चुनाव में BJP जीरो पर आउट हो गई। एक भी चेरमैन नहीं जीता पाई। कांग्रेस रही सबसे आगे।
नागपुर आरएसएस का मुख्यालय है। संघ का गढ़ है। जिले की पंचायत समितियों में दशकों से भाजपा का बोलबाला रहा है। इस बार भाजपा और संघ का यह किला ध्वस्त हो गया। भाजपा एक भी पंचायत समिति के चेयरपर्सन का पद नहीं जीत पाई। जीरो पर आउट हो गई। यहां सबसे बड़ी कामयाबी कांग्रेस को मिली है। गौर करने वाली बात यह भी है कि महाराष्ट्र भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवानकुले, महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेता तथा वर्तमान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीश और केंद्र में मंत्री नितिन गडकरी का यह गृह जिला है। यहीं से भाजपा और संघ की विचारधारा बहती है, जिससे केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार चलती है। उस नागपुर में भाजपा को करारी हार देखनी पड़ी है। इसे किसी बड़े बदलाव का सूचक माना जा रहा है।
नागपुर जिला पंचायत समितियों की कुल संख्या 13 है। यानी 13 चेयरपर्सन या अध्यक्ष चुने जाते हैं। कल रविवार को हुए चुनाव में 13 में से 9 चेयरपर्सन के पद पर कांग्रेस ने जीत हासिल कर ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस के तीन चेयरपर्सन जीतने में कामयाब रहे, जबकि शिवसेना का एक चेयरपर्सन बना। वहीं भाजपा जीरो पर आउट हो गई। भाजपा तीन पंचायत समितियों में उपाध्यक्ष पद ही जीत सकी। जबकि इससे पहले भाजपा का ही जिले में दबदबा था।
कांग्रेस ने साओनर, कलमेश्वर, परसेवनी, मोदा, कांपटी, उमरेद, कूही और नागपुर ग्रामीण क्षेत्र में चेयरपर्सन के पदों पर कब्जा कर लिया। NCP को काटोल, नारखेड, हिंगना तथा शिव सेना को रामटेक में जीत मिली। सोशल मीडिया में इस खबर के आने के बाद यह खबर वायरल है। लोग भाजपा के लिए कह रहे हैं जीरो बटा सन्नाटा।
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