शाहीनबाग ने फिर दिखाया रास्ता, लौट गए बुलडोजर

सीएए विरोधी आंदोलन के बाद एक बार फिर शाहीनबाग ने दिखाया रास्ता। हजारों लोग बुलडोजर के सामने खड़े हो गए। लौट गए बुलडोजर। दिखी शांतिपूर्ण प्रतिरोध की ताकत।

दिल्ली में शाहीनबाग ने फिर एक इतिहास रच दिया। यूपी के बुलडोजर मॉडल पर चल रहे एमसीडी के बुलडोजर आज शाहीनबाग पहुंचे। बुलडोजर को रोकने के लिए शाहीनबाग की जनता खुद सड़कों पर उतर गई। हजारों की संख्या में लोग शांतिपूर्ण तरीके से बुलडोजर के सामने खड़े हो गए। शाहीनबाग ने आज फिर दिखाया कि लोकतंत्र को जितना भी कमजोर किया जाए, सत्ता कितनी भी निरंकुश हो जाए, जनता की ताकत के आगे उसे झुकना ही पड़ता है। आज शाहीनबाग में बुलडोजर के आगे उमड़े लोग सीएए विरोधी आंदोलन और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर चले किसान आंदोलन की याद दिला रहे थे।

कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी भी बुलडोजर के सामने खड़े होनेवालों में एक थे। कांग्रेस के अब्दुल वाहिद कुरैशी ने इमरान प्रतापगढ़ी के शाहीनबाग में लोगों के साथ खड़े होने की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- हम खड़े हैं बुलडोज़रतंत्र के ख़िलाफ़,हर उस ज़ुल्म के ख़िलाफ़ जो ग़रीबों और मज़लुमों को बर्बाद करने के लिए और उनके खून पसीने से बनायी गयी आशियानों को तोड़ने का काम करेगी और उन साज़िश को नाकाम करने के लिए जो मज़लुमों के सीने पर चलाने और डराने का काम करेगी। इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट किया-मेरे हिंदोस्तान से मेरी निस्बत कैसे तोड़ोगे छत तोड़ोगे लेकिन मेरी हिम्मत कैसे तोड़ोगे? इमरान के इस तरह सड़क पर उतर कर संघर्ष करने की कई लोगों ने सराहना की है।

इस बीच सोशल मीडिया पर आज फिर से शाहीनबाग चर्चा में है। लोग शाहीनबाग के शंतिपूर्ण प्रतिवाद की तारीफ कर रहे हैं।

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