लोकसभा चुनाव परिणाम आने के छह दिन बाद ही बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव की जंग शुरू हो गई है। राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती दी है कि अगर वे सचमुच बिहार का विकास चाहते हैं और इसीलिए इंडिया गठबंधन छोड़कर एनडीए का हिस्सा बने, तो अविलंब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाएं। राज्य में कल-कारखाने लगाने के लिए केंद्र सरकार से विशेष पैकेज लाएं।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि नीतीश बाबू और नायडू बाबू के सहारे नरेंद्र मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने में सफल हुए इसके लिए उनको शुभकामनाएं.. बिहार को अब उम्मीद है कि मुख्यमंत्री जी बिहार के भविष्य को याद रखते हुए ही अपना समर्थन बनाए रखा है। हर बिहारी उम्मीद कर रहा है कि सीएम भी ND गठबंधन के हैं और अब प्रधान मंत्री भी तो बिहार को नीतीश बाबू – आगामी चुनाव से पहले विशेष राज्य का दर्जा जरूर दिलवा देंगे। विशेष पैकेज बिहार को दिलवा देंगे। पटना यूनिवर्सिटी को नेशनल युनिवर्सिटी का दर्जा दिलवा देंगे। गुजरात के तर्ज पर बिहार में उद्योग लग जाएगा, पुराने पड़े चीनी मिल खुल जाएंगे। अपने मुख्यमंत्री से एक बिहारी इतना उम्मीद तो रखता है कि वो बिहारी स्मिता को किसी के चरणों में पड़ने नहीं देंगे।
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सिर्फ दो मंत्री बनाए जाने से जदयू में असंतोष
राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव को 2025 विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। राजद ने नीतीश कुमार की लंबित मांग से उन्हीं को घेरने की रणनीति बनाई है। अगर नीतीश कुमार विशेष राज्य का दर्जा, पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा, विशेष पैकेज दिलाने में असमर्थ रहते हैं, तो राजद उन्हें उनके ही मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर चुका है। आने वाले दिनों में राजद इन मांगों पर अभियान तेज कर सकता है। उधर जदयू के नेता एक दिन बोलने के बाद इन मुद्दों पर खामोश हो गए हैं।