शर्मनाक : भारतीय छात्र की मौत पर उसे ही कसूरवार बताने की होड़
विश्व गुरु बनते-बनते हम कहां पहुंच गए! यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत पर अफसोस जताने, सरकार से सवाल करने के बजाय मृतक को ही कसूरवार बताने की होड़।
कुमार अनिल
यूक्रेन में रूसी गोलीबारी में कर्नाटक के छात्र नवीन की मौत पर खूब लिखा जा रहा है, लेकिन अफसोस यह कि मौत पर संवेदना जताने के बजाय मृतक को ही दोषी बताने की होड़ लग गई है। इसमें पूरा आईटी सेल लगा है। इसका प्रमाण यह है कि एक ही पोस्ट को कई-कई लोग अपने नाम से पोस्ट कर रहे हैं। यह सोच कर दिल बैठ जाता है कि मृतक के मां-बाप पर यह देख-जान कर क्या गुजर रही होगी।
नवीन की मौत पर यह साबित करने की होड़ लगी है कि उसकी मौत के लिए वही जिम्मेदार है। ट्विटर पर जो लोग भी नवीन की मौत पर केंद्र सरकार से सवाल कर रहे हैं, आईटी सेल उनके पीछे पड़ रहा है। उन्हें चुप कराने की कोशिश हो रही है।
कांग्रेस के सोशल मीडिया इंचार्ज गौरव पांधी ने कहा- मोदी सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने में पूरी तरह विफल रही, तो अब भाजपा की आईटी सेल ने वहां फंसे छात्रों के खिलाफ प्रचार छेड़ दिया है। उन छात्रों को ही दोषी बताया जा रहा है कि वे पढ़ाई के लिए विदेश क्यों गए। हो सकता है कि कुछ ही देर बाद विदेश में पढ़ाई करने गए इन छात्रों को ही राष्ट्रविरोधी करार दिया जाए।
दिल्ली के अधिवक्ता एके मौर्य ने एक अखबार की खबर शेयर करते हुए लिखा-यूक्रेन के खारकीव में जान गंवाने वाले छात्र के पिता बोले- भारतीय दूतावास ने शहर में फंसे स्टूडेंट्स से नहीं किया था संपर्क। नाकाम केन्द्र सरकार एवं उसके अधिकारी सिर्फ जुमले एव फोटो सेशन से ही अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है।
इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का एक वीडियो भी वायरल है, जिसमें वह कह रहे हैं कि विदेश जाने वाले 90 प्रतिशत छात्र भारत में मेडिकल टेस्ट में फेल छात्र हैं।
लोगों ने मंत्री से पूछा है कि इसका क्या मतलब बै। क्या इस कारण उन्हें मरने छोड़ दिया जाए?
रूसी हमले में यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र की मौत