शिकायतकर्ता से सामंत की तरह मिलते हैं साहरघाट के दारोगा
मधुबनी के साहरघाट थाने के दारोगा विजय पासवान थाने में आनेवाले पीड़ितों, शिकायतकर्ताओं से जिम्मेदार पुलिस अधिकारी की तरह नहीं, सामंत की तरह पेश आते हैं।
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दीपक कुमार, बिहार ब्यूरोचीफ
मधुबनी जिला के साहरघाट थाना के दारोगा विजय पासवान थाना पर आने वाले पीड़ितों, शिकायतकर्ताओं से जिम्मेदार पुलिस अधिकारी की तरह नहीं, सामंत की तरह पेश आते हैं। दारोगा खुद कुर्सी पर और पैर टेबल पर रख कर शिकायतकर्ता की शिकायत सुनते हैं। पीड़ित हाथ जोड़े खड़े होकर जब अपनी शिकायत एक दारोगा से करे, तो सरकार और सिस्टम पर सवाल खड़े होते हैं। सरकार कहती है कि थाने पर आने वाले लोगों से पुलिस अच्छा व्यवहार करे, लेकिन यहां के दारोगा विजय पासवान को सरकार की बातों से कोई मतलब नहीं! आम आदमी की बात कौन करे, महिला शिकायतकर्ता तक को बैठने तक के लिए नहीं कहा जाता।
दारोगा विजय पासवान कहते हैं कि थाने पर हर आने वालों से अच्छा व्यवहार करती है पुलिस।
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