बिहार में इंडिया गठबंधन के सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने मताधिकार से वंचित किए गए मतदाताओं से संपर्क करने, उन्हें खोज निकालने का फैसला लिया है। गठबंधन के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग में अगले 10 दिनों तक इसी कार्य को प्राथमिकता से पूरा करने का निर्णय लिया है। कई जिलों में गठबंधन को ऐसे मतदाताओं की जानकारी मिलनी शुरू हो गई है, जिनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। गठबंधन ने चुनाव आयोग से काटे गए मतदाताओं के नाम की सूची की मांग की है। सूची मिलने के बाद इस कार्य में और भी तेजी आएगी। जिन मतदाताओं को नाम काटे जाने की आशंका है, उसकी पुष्टि हो सकेगी।
एकबार काटे गए मतदाताओं के नाम, मृत घोषित मतदाताओं के नाम की सूची तथा घर पर नहीं मिलने के कारण सूची से बाहर कर दिए गए मतदाताओं की जानकारी मिल जाए, तो विपक्ष इस मुद्दे पर चुनाव आयोग के सामने सच्चाई लाएगा। मामला सुप्रीम कोर्ट में भी है, वहां भी तथ्यों को रखने की तैयारी चल रही है। सूची मिलने के बाद दावा-आपत्ति करने में भी गठबंधन के दलों ने हर जिला कमेटी को मुस्तैद रहना निर्देश दिया है।
उधर राहुल गांधी ने दिल्ली में कहा कि कर्नाटक में चुनाव आयोग का फर्जीवाड़ा हमने पकड़ लिया है। कहा कि यह एटम बम के समान है। हम जल्द ही पूरा खलासा करेंगे। इसके बाद देश में नया सियासी भूचाल आएगा। वहीं गठबंधन रक्षा बंधन के बाद बिहार यात्रा की तैयारी भी कर रहा है। खबर मिली है कि राहुल गांधी पहली बार बिहार में लगातार दस दिनों तक रहेंगे और हर जिले में जाएंगे।
इंडिया गठबंधन एसआईआर पर संसद से सड़ तथा कोर्ट तक लड़ाई लड़ रहा है। उसने इसे जिस गंभीरता से मिया है, उससे भाजपा पूरी तरह बैकफुट पर दिख रही है।