स्मृति ईरानी पर भड़का जदयू, नहीं चाहिए हिंदू होने का सर्टिफिकेट
स्मृति ईरानी पर भड़का जदयू, नहीं चाहिए हिंदू होने का सर्टिफिकेट। ईरानी ने इंडिया गठबंधन के नाताओं की रामभक्ति पर उठाया था सवाल।
बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को निशाने पर लेते हुए कहा कि सनातनी होने का सर्टिफिकेट उनसे नहीं चाहिए। ईरानी ने राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने के लिए इंडिया गठबंधन को सनातन विरोधी कहा था। जदयू कार्यालय में राज्य सरकार के मंत्री मदन सहनी ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को सनातनी और राम भक्त का प्रमाण पत्र देने का अधिकार स्मृति ईरानी के पास नहीं है।
मदन सहनी ने कहा कि हमें जब इच्छा होगी तब अयोध्या में भगवान राम का दर्शन करने जायेंगे। किसी के कहने पर किसी खास तारीख को ही हम क्यों जाएं?
बिहार सरकार की माननीय परिवहन मंत्री शीला मंडल ने कहा कि इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेता जल्दी ही मिल-बैठकर सीट शेयरिंग का काम पूरा कर लेंगे। शीला मंडल ने कहा कि हम सीताराम कहने वाले लोग हैं। मिथिला माता सीता की जन्म भूमि रही है। भगवान राम और माता सीता में हमारी अटूट आस्था है। धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है। राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में किसे जाना चाहिए और किस नहीं जाना चाहिए इस पर राजनीतिक टीका-टिप्पणी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और हमारे नेता सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। हम वसुधैव कुटुम्बकम् में विश्वास रखते हैं।
इससे पहले कल बुधवार को जदयू नेता और मंत्री श्रवण कुमार ने कहा था कि भाजपा भगवान राम को हाईजैक (अपहरण) करना चाहती है। उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा को न तो राम से मतलब है और न ही इस देश की जनता से। वह भगवान के नाम पर सत्ता हथियाना चाहती है, क्यों कि उसने पिछले 10 वर्षों में जो वादे किए उनमें एक भी पूरा नहीं किया। वह महंगाई, बेरोजगारी से लोगों का ध्यान हटाना चाहती है इसीलिए धर्म का सहारा ले रही है।
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