स्तालिन-गहलौत ने राहुल को सौंपा तिरंगा, शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हो गई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्तालिन तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत ने राहुल गांधी को सौंपा तिरंगा।
कांग्रेस की 3570 किमी लंबी और पांच महीने तक चलनेवाली भारत जोड़ो यात्रा आज कन्याकुमारी से शुरू हो गई। भारत की विविधता ही उसकी ताकत है, इस विचार के साथ शुरू हुई यात्रा के अवसर पर देशभर के दो सौ संगठनों के नेता तथा कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता उपस्थित थे।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि तिरंगा किसी किसी एक राज्य, किसी एक धर्म, किसी एक समुदाय का नहीं है, बल्कि यह हर राज्य का है, हर धर्म है, हर समुदाय का है। जो भी भारत का नागरिक है, सभी का तिरंगा है। भारतकी ताकत उसकी विविधता में है।
भारत का तिरंगा सिर्फ तीन रंगों का कपड़ा नहीं है, सिर्फ बीच में चक्र नहीं है। यह उपहार में नहीं मिला बल्कि इसे देश ने कुरबानियों और लंबे संघर्ष के बाद पाया। तिरंगा हमारी एकता और विविधता की पहचान है, हमारा स्वाभिमान है। आज, तिरंगे को हाथों में लेकर #BharatJodoYatra का पहला कदम लिया। अभी तो मीलों चलना है, मिलकर अपना भारत जोड़ना है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस अवसर के लिए संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने लिखा कि वे बीमारी के कारण खुद नहीं आ सकीं। उन्हें भरोसा है कि यह भारत जोड़ो यात्रा देश की राजनीति को बदल देगी। उन्होंने खासकर उन 120 कार्यकर्ताओं-नेताओं का अभिनंदन किया, जो 3570 किली लंबी पूरी यात्रा में रहेंगे।
कांग्रेस ने कहा-आज ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जरूरी है, क्योंकि सत्ता के नशे में चूर होकर मोदी सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं पर नियंत्रण और मीडिया के एक बड़े वर्ग पर दबाव बना रखा है। हम सीधा जनता के बीच जा कर उनको सच्चाई बताएंगे, जो भी उनके दिल में है, वो समझेंगे। इससे पहले राहुल गांधी ने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के निकट उन्हें याद किया।
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