सुल्ली डील वाला आंबेडकर, पिछड़ा, आरक्षण का भी विरोधी निकला
सुल्ली डील एप बनाकर मुस्लिम महिलाओं की बोली लगानेवाला गिरफ्तार हो गया। वह मुस्लिम विरोधी है, पर आंबेडकर, पिछड़ा, आरक्षण व महिला भी विरोधी क्यों है?
छह महीना पहले सुल्ली डील एप बनाकर प्रगतिशील और मुखर मुस्लिम महिलाओं की बोलr लगाने वाला मास्टरमांइड गिरफ्तार हो गया है। उसका नाम ओंकारेश्वर ठाकुर है। उसे इंदौर से दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया। वह मुसलमानों को टारगेट करता रहा है। मुस्लिम महिलाओं को खास कर निशाना बनाता रहा। जांच में पता चला है कि वह सिर्फ मुस्लिम महिलाओं के ही खिलाफ नहीं है, बल्कि हर उस महिला के खिलाफ जहर उगलता है, जो बराबरी, सम्मान और हक की बात करती है, अपनी आवाज उठाती है। यही नहीं, वह आंबेडकर, दलित, पिछड़े तथा आरक्षण का भी सख्त विरोधी है। सवाल है कि क्या जो मुस्लिम विरोधी होगा, वह दलित-पिछड़ा विरोधी भी होगा। लोकतंत्र और धर्म निरपेक्षता का भी विरोधी होगा?
ओंकारेश्वर की गिरफ्तारी के बाद अब जांच में कई बातें सामने आ रही हैं। वह मुस्लिम विरोधी है और साथ ही आंबोडकर, दलित, पिछड़ों, आरक्षण के भी सख्त खिलाफ है। वह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देखता है।
वह हिंदू राष्ट्र बनाने के साथ ही देश के संविधान का बदल कर इसकी जगह मनुस्मृति लागू करने का पक्षधर है। आप जानते हैं कि मनुस्मृति महिला, दलित, पिछड़ों का विरोधी है। यह ब्राह्मण को सबसे उंचे स्थान पर रखता है। यह जातिगत दुराग्रह बढ़ाता है।
यह है उसकी असलियत। इससे यह बात भी स्पष्ट है कि जो मुसलमानों का विरोधी और हिंदू राष्ट्क का समर्थक होगा, वह दलित-पिछड़ा, आंबेडकर, संविधान ,लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षा जैसे विचारों के खिलाफ भी होगा। प्रकारांतर से वह विज्ञान, विवेक और सरस्वती का भी विरोधी होगा। यह धारा समाज और देश को पीछे ले जाने वाली है। कुछ वर्षों से जो नफरती अभियान चल रहा है, उसका ही यह परिणाम अब हम देख रहे हैं।
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