सरनेम खान, तो जेल ; मिश्र, तो चाय-समोसे : महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की सहयोगी रहीं महबूबा मुफ्ती ने कहा कि शाहरुख खान के बेटे को इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उसका सरनेम खान है।
शाहरुख खान के बेटे को गिरफ्तार करने तथा केंद्रीय मंत्री के बेटे को कई दिनों तक खुली छूट देने के मामले पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर खूब सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उसे (शाहरुख के बेटे) को इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उसके नाम में सरनेम खान है।
महबूबा ने कहा, चार-चार किसानों को कुचल कर मार देने के आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे को पूरी छूट दी गई। जब देशभर से विरोध होने लगा, तो पुलिस ने उसे आमंत्रण दिया कि आप थाने में आकर बयान दर्ज कराएं। फिर दुबारा आमंत्रण दिया।
Instead of making an example out of a Union Minister’s son accused of killing four farmers, central agencies are after a 23 year old simply because his surname happens to be Khan.Travesty of justice that muslims are targeted to satiate the sadistic wishes of BJPs core vote bank.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 11, 2021
महबूबा ने कहा, पुलिस शाहरुख खान के बेटे की जमानत का एनसीबी विरोध कर रही है। कह रही है कि आर्यन सबूतों को नष्ट कर सकता है, जबकि केंद्रीय मंत्री अडय मिश्र टेनी के बेटे को पूरी छूट दी गई। पुलिस आमंत्रण-पर आमंत्रण देती रही। महबूबा ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वे कट्टर हिंदुत्व के अपने जनाधार को खुश करने के लिए देश के अल्पसंख्यकों को चुन-चुन कर निशाना बना रहे हैं।
इधर, आज भी झारखंड, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित अनेक राज्यों में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बरखास्तगी की मांग पर प्रदर्शन हए। महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिव सेना और एनसीपी ने बंद बुलाया है, जिसका व्यापक असर देखा गया।
महबूबा के बयान से भाजपा समर्थक सोशल मीडिया पर आग-बबूला हैं। वे कह रहे हैं कि कानून अपना काम करेगा। हालांकि, यहीं कई लोगों ने सवाल उठाए हैं कि यही कानून यूपी में मंत्री के बेटे के सामने क्यों नहीं काम करते दिख रहा है। मंत्री की बरखास्तगी और मंत्री पुत्र के प्रति पुलिस के मित्रतापूर्ण व्यवहार का मुद्दा कश्मीर में भी उठ रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि जिसके पोर्ट से हजारों किलो ड्रग्स बरामद हुए, उससे पूछताछ क्यों नहीं की गई?
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