पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल का दौरा पड़ने से कल रात नई दिल्ली में निधन हो गया। वे 67 वर्ष की थीं। दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से लाकर उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था।
इसके बाद इसे श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए भाजपा मुख्यालय ले जाया गया।दिवंगत नेता का तीसरे पहर लोधी रोड श्मशान गृह में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा कि उन्हें सुषमा स्वराज के निधन के समाचार से गहरा धक्का लगा है।
उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सुषमा स्वराज श्रेष्ठ प्रशासक विलक्षण सांसद और ओजस्वी वक्ता थीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जाने से भारतीय राजनीति के एक गौरवमय अध्याय का अंत हो गया है। अपने कई ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह नहीं भूल सकते कि सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्री के रूप में पिछले पांच वर्षों में किस लगन और अथक परिश्रम के साथ काम किया।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने संदेश में कहा है कि वे सुषमा स्वराज के निधन से दुखी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहनसिंह ने सुषमा स्वराज को सम्मानित नेता बताया।
सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आड़वाणी ने कहा है कि सुषमा स्वराज भाजपा की सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं और महिला नेताओं के लिए आदर्श थीं। गृहमंत्री अमित शाह ने भी पूर्व विदेशमंत्री के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए अमित शाह ने कहा कि सुषमा स्वराज के निधन से न केवल भाजपा को बल्कि पूरे राजनीतिक जगत को नुकसान हुआ है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सुषमा स्वराज के घर जाकर श्रद्धांजलि दी।