Tag: Anil Sulabh

आसमान में उड़ल तिरंगा/ एक्कर शान कहल नहि जाय/ 

अंगिका के ऋषि–तुल्य साधक–कवि थे डा नरेश पाण्डेय चकोर जयंती पर साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुआ लोकभाषा कवि–सम्मेलन पटना,३ जनवरी।…

साहित्य सम्मेलन के १००वें स्थापना-दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे गवर्नर

बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के १००वें स्थापना दिवस समारोह की सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई है। आगामी १७ दिसंबर…

सत्य और ईमान पर चलने वाली कोई सड़क नहीं/ नेता और नरक में आज, कोई फ़र्क़ नहीं है

महाकवि केदारनाथ मिश्र ‘प्रभात‘ हिंदी काव्य–साहित्य के अनमोल रत्न हैं। उनकी काव्य–कल्पनाएँ अत्यंत मोहक और चकित करती हैं। उन्होंने अपनी…

भारत और भारती के महान सेवक और उन्नायक थे मैथिली शरण गुप्त : प्रो सिद्धेश्वर प्रसाद

-राष्ट्र-कवि को साहित्य सम्मेलन ने दी काव्य-श्रद्धांजलि पटना, ‘साकेत’, ‘यशोधरा’ महाकाव्यों के महान रचयिता तथा स्वतंत्रता-आंदोलन के प्रखर सेनानी राष्ट्र-कवि…

भारतीय संस्कृति के उन्नायक और लोकनायक हैं तुलसी :जयंती पर हुआ समारोह

महाकवि तुलसी दास हिंदी के अद्वितीय कवि होने के साथ संस्कृत के उत्कृष्ट मनीषी थे। उनके सुप्रसिद्ध महाकाव्य ‘रामचरित मानस‘…

पत्थर को पिघलने में अभी वक्त लगेगा, हालात बदलने में अभी वक्त लगेगा

बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में आयोजित हिन्दी पखवारा का तीसरा दिन महिलाओं के नाम रहा। मंच पर केवल महिलाएं प्रतिष्ठित…

बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 37वाँ महाधिवेशन: पढ़िये सत्र ब सत्र पूरी रिपोर्ट

विगत 2-3 अप्रैल को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 37वाँ महाधिवेशन संपन्न हुआ। 98 वर्षीय इस ऐतिहासिक साहित्यिक संस्था का…

बहुविकलांगता पर सम्मेलन, मिल कर काम करने का संकल्प

पटना उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि विकलांगों के पुनर्वास के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं,…

अभाव में भी अपने स्वाभिमान की रक्षा की थी शास्त्रीजी ने

सच्चे अर्थों में देश के सच्चे लाल थे भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शात्री। अभावों में भी कोई व्यक्ति…


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