Tag: Dr Anil sulabh

बिहार साहित्य सम्मेलन में ‘डॉ. दीनानाथ शरण स्मृति-कक्ष’ का हुआ लोकार्पण

सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने बुधवार को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पुस्तकालय में नव-निर्मित ‘डा दीनानाथ शरण…

डॉ. परमानन्द पांडेय ने ‘अंगिका’ को प्रदान किया भाषा का स्वरूप

डॉ. परमानन्द पांडेय ने ‘अंगिका’ को प्रदान किया भाषा का स्वरूप हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने…

महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिधर्मी महाकवि थे रामचंद्र जायसवाल

महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिधर्मी महाकवि थे रामचंद्र जायसवाल हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने कहा- रामचंद्र…

संस्कृति के अमर गायक थे महाकवि पोद्दार रामावतार अरुण

संस्कृति के अमर गायक थे महाकवि पोद्दार रामावतार अरुण बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन में याद किए गए महाकवि पोद्दार रामावतार…

डा मैनेजर पाण्डेय के निधन पर साहित्य सम्मेलन दुखी, शोक जताया

डा मैनेजर पाण्डेय के निधन पर साहित्य सम्मेलन दुखी, शोक जताया बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने…

प्राकृत व अपभ्रंश के अंतिम अधिकारी विद्वान थे श्रीरंजन सूरिदेव

प्राकृत व अपभ्रंश के अंतिम अधिकारी विद्वान थे श्रीरंजन सूरिदेव साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने कहा, बहुभाषाविद…

कटु व्यंग्य से अधिक प्रभावी होते हैं स्वस्थ व्यंग्य : डॉ. अनिल सुलभ

कटु व्यंग्य से अधिक प्रभावी होते हैं स्वस्थ व्यंग्य : डॉ. अनिल सुलभ साहित्य सम्मेलन में श्रीकांत व्यास के व्यंग्य…

संत साहित्य के मर्मज्ञ थे धर्मेंद्र ब्रह्मचारी शास्त्री : डॉ. अनिल सुलभ

संत साहित्य के मर्मज्ञ थे धर्मेंद्र ब्रह्मचारी शास्त्री : डॉ. अनिल सुलभ संत साहित्य के मर्मज्ञ थे धर्मेंद्र ब्रह्मचारी शास्त्री…


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