तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राजद ने मनाया काला दिवस
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में काला दिवस मनाया गया। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष के आज छह महीने पूरे हुए। राजद ने पीएम मोदी का फूंका पुतला।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में किसानों के आंदोलन का आज छह महीना पूरा हो गया। आज संयुक्त किसान मोर्चा ने किला दिवस आयोजित करने की घोषणा की थी।
बिहार में राजद ने हर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस पर देश के अन्य 12 प्रमुख विपक्षी दलों के साथ राजद की सक्रिय भागीदारी रही। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए राजद कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने घरों पर काला झंडा फहरा कर और काली पट्टी बांधकर किसान आन्दोलन के प्रति सरकार के नकारात्मक रवैये के प्रति अपना प्रतिरोध दर्ज कराया गया।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि कई जगहों पर काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गईं। कई स्थानों पर शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए सांकेतिक रूप से धरना देकर किसानों के आन्दोलन को समर्थन देने का संकल्प लिया गया। चितरंजन गगन ने कहा कि केन्द्र सरकार को अड़ियल रवैया छोड़कर इन मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा ( एसकेएम ) के साथ फिर से वार्ता शुरू करनी चाहिये।
12 मई को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित देश के 12 प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि महामारी का शिकार बन रहे हमारे लाखों अन्नदाताओं को बचाने के लिये कृषि कानून निरस्त किये जाएं ताकि वे अपनी फसलें उगाकर भारत की जनता का पेट भर सकें।’
संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कृषि कानूनों को तत्काल निरस्त करने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार सी2+ 50 प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी अमलीजामा पहनाने की मांग की गई है।
ज्ञातव्य है कि संसद ने पिछले साल सितंबर में तीन कृषि विधेयक पारित किये थे, जो बाद में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून बन गए थे।
उधर आज पटना स्थित राज्य कार्यालय के पास कार्यक्रम में सीटू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, एडवा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी, खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया, किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष अवधेश कुमार, डी वाई एफ आई के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवशी, एस एफ आई के दीपक कुमार के अलावा अरुण कुमार मिश्रा, सोने लाल प्रसाद, सुनीता सिन्हा, प्रवीण कुमार प्रदर्शन में काला पट्टी बांध कर मांग पत्र के साथ काला दिवस मानते हुए प्रदर्शन किया!
भाकपा माले ने भी विभिन्न जिलों में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। काली पट्टी बांधी।