तेज प्रताप यादव की वधु को लालू प्रसाद शुभ और सौभाग्यशाली बता रहे हैं. इलाज के लिए मिली बेल राबड़ी देवी को इसी दिन विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का पद मिलने जैसी खुशियों के बीच राजद उम्मीद कर रहा है कि भाजपा के खिलाफ एक वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति की नीव भी इसी शादी समारोह में पड़ सकती है.
आज यानी 12 मई को लालू प्रसाद के बड़े बेटे की बारात है. इसमें राजनीति के कई दिग्गज भाग ले रहे हैं. अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव , जीतन मांझी , उपेंद्र कुश्वाहा का आना कंफर्म है. वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी के भी पहुंचने की संभावना है. ममता बनर्जी अपने प्रतिनिधि को भेज रही हैं.
उधर विशेष राज्य के दर्जा के ममले में नीतीश कुमार व जदयू के नये सुर की सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस व एनसीपी ने परोक्ष रूप से नीतीश कुमार को चंद्र बाबू नाइडू की तरह राज्यहित में फैसला लेने की सलाह दी जा चुकी है. हालांकि इस सलाह का कोई ठोस परिणाम का इशारा मिला है, यह कहना जल्दबाजी होगी.
लालू प्रसाद अगले 42 दिनों तक जेल से बाहर रहेंगे. हालांकि वह किसी राजनीतिक बयानबाजी से बचेंगे, पर इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि रणनीतिक स्तर पर राजनीति सरगर्मी को अंजाम नहीं देंगे. उधर राहुल गांधी पहले ही लालू से दिल्ली में मिल कर उनके प्रति अपनी सहानुभूति जता चुके हैं. इधर कांग्रेस के कई दिग्गज नेता लालू को मिली बेल से खुशी जाहिर कर चुके हैं.
इस बीच ठीक शादी के ही दिन कर्नाटक में विधान सभा चुनाव हो रहा है. अगर इस चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया तो भाजपा विरोधी खेमे में नया उत्साह आयेगा और तब निश्चित रूप से एक सशक्त राजनीतिक विकल्प की रुप रेखा सामने आयेगी.
जब शाम को ये तमाम नेता तेज प्रताप की शादी में जुटेंगे तो उस वक्त तक काफी हद तक कर्नार्ट के राजनीतिक भविष्य का संकेत सामने आचुका होगा.
अब यह देखने की बात है कि इस शादी समारोह के शुभ अवसर राजनीति के क्या शुभ संकेत गैरभाजपा दलों को मिलता है.