चिराग पासवान पिछले दो दिनों से तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद को निशाने पर ले रहे थे। अब पहली बार तेजस्वी यादव ने जवाब दिया है। कहा कि RSS की विचारधारा के साथ जुगलबंदी करने वाले चिराग पासवान एक बार अपने पिता स्व. रामबिलास पासवान जी का भाषण सुन लें। उन्होंने आरएसएस और भाजपा की धर्म के नाम पर नफरत की राजनीति के बारे में क्या कहा था।

तेजस्वी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-RSS और BJP की संविधान एवं आरक्षण खत्म करने की लड़ाई में साथ देने से पहले चिराग पासवान जी को हमारे नेता आदरणीय स्व॰ रामविलास पासवान जी के भाषणों को ही सुन लेना चाहिए कि उनका BJP/RSS के प्रति क्या विचार और स्टैंड रहा है।

चिराग जी उन्हीं ताकतों के साथ खड़े है जिन्होंने स्व॰ पासवान जी की तस्वीर और मूर्ति को दिल्ली के फुटपाथ पर फेंक दिया था। उनकी पार्टी और चुनाव चिह्न को छिन लिया था। चिराग तो तब भी नहीं बोले थे लेकिन हम बोले थे। चिराग श्री रामविलास के विचारों का हनुमान बनने की बजाय संविधान व आरक्षण विरोधियों के हनुमान बनना पसंद करते है। यह सब समाज बारीकी से देख रहा है।

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तेजस्वी यादव शुक्रवार को झारखंड में थे। उन्होंने पलामू जिले के हुसैनाबाद में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा वाले संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उनके पास नफरत की राजनीति के अलावा कुछ नहीं है। हम इंडिया गठबंधन वाले नौकरी रोजगार की बात कर रहे हैं। हमारी सरकार बनेगी और 15 अगस्त से रोजगार क्रांति शुरू होगी। केंद्र सरकार के खाली पड़े 30 लाख पदों को भरा जाएगा। उसके बाद नए पद सृजित किए जाएंगे। इंडिया गठबंधन की सरकार एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी देगी। तेजस्वी की सभा में भारी भीड़ देखी गई। भीड़ तेजस्वी की बातों पर रिस्पांस कर रही थी। जोश साफ दिख रहा था। बिहार में वे अकेले प्रधानमंत्री मोदी की सेना का मुकाबला कर रहे हैं, जबकि झारखंड में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भाजपा को परेशान कर दिया है।

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