तेजस्वी ने कहा चंपारण मॉडल को राज्यभर में फैलाएंगे, क्या है मॉडल
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दो दिनों से चंपारण में हैं। कहा कि चंपारण स्टार्ट-अप मॉडल का विस्तार राज्यभर में किया जाएगा। क्या है मॉडल? क्या होगा फायदा?
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उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दो दिनों से चंपारण में हैं। उन्होंने वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व को विकसित करने सहित कई योजनाओं पर चर्चा की, जिससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिले। इससे स्थानीय आबादी को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने सबसे बड़ी घोषणा की कि चंपारण स्टार्ट-अप मॉडल को राज्य भर में विस्तारित किया जाएगा। क्या है मॉडल? क्या होगा फायदा?
चनपटिया स्टार्टअप ज़ोन में मा० उप मुख्यमंत्री श्री @yadavtejashwi जी ने स्थानीय अधिकारियों, उद्यमियों, कारीगरों व श्रमिकों से वहाँ चल रहे विभिन्न उत्पादन कार्यों से जुड़े विभिन्न पहलुओं को पूरे उत्साह व उत्सुकता से जाना.
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 19, 2022
सरकार इस मॉडल के राज्यभर में प्रसार को दृढ़ संकल्पित है। pic.twitter.com/9SihwpCQpt
चंपारण स्टार्ट-अप जोन दरअसल राज्य सरकार द्वारा समर्थिक एक ऐसा प्रयास है, जिससे हजारों स्थानीय युवकों, महिलाओं को रोजगार मिलता है। यहां एक ही कैंपस में कई तरह के उद्योग काम करते हैं। खासकर साडियों-दुपट्टों पर कई महीन कार्य किए जाते हैं, जिससे इनकी बाजार में काफी मांग है। इसके अलावा पैंट, शर्ट, टी-शर्ट सहित 30 से ज्यादा प्रोडक्ट तैयार होते हैं। इनमें टिफिन बॉक्स से लेकर तरह-तरह के आइटम शामिल हैं, जो दैनिक जरूरत की चीजें हैं।
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चंपारण मॉडल या चनपटिया मॉडल की शुरुआत 2020 में लॉडाउन के दौरान हुई। दूसरे प्रदेश में काम करनेवाले हजारों लोग गांव आ गए। तब जिसा प्रशासन ने सबकी मैपिंग कराई। पता चला कि इनमें कई स्किल्ड मजदूर हैं। उन्हें लेकर स्टार्ट अप जोन बनाया गया। पहले यहां बाजार समिति के जर्जर भवन थे। अब यहां भरपूर रौनक है। हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। खासकर महिलाओं के हुनर को पहचान मिली है। उनका सशक्तीकरण हुआ है।
तेजस्वी यादव लगातार नौकरी-रोजगार पर जोर दे रहे हैं, इसलिए उन्होंने इस मॉडल के विस्तार की घोषणा की। उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मशीनें लगाने में खर्च, बाजार आदि की पूरी जानकारी ली। अब देखना है कि चनपटिया मॉडल को राज्य सरकार किस प्रकार विकसित करके रोजगार का साधन बनाती है।
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