तेजस्वी ने की Mission 60-Days की समीक्षा, दिखने लगा परिवर्तन
बिहार के सदर अस्पतालों का कायाकल्प करने के उद्देश्य से शुरू किए गए Mission 60-Days का परिणाम दिखने लगा है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने की समीक्षा।
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ मिशन 60 डेज की समीक्षा की। सितंबर में तेजस्वी यादव ने विभाग के आला अधिकारियों को 60 दिनों में जिला अस्पतालों को हर स्तर पर दुरुस्त करने का निर्देश दिया था। यह निर्देश गोलमोल भाषण की तरह नहीं था, बल्कि 60 दिनों में क्या-क्या करना है, इसे स्पष्ट रूप से तय किया गया था। इसमें अस्पतालों में आने वाले मरीजों की सुविधा को केंद्र में रखा गया था। तेजस्वी यादव ने टास्क को सामने रख कर एक-एक जिला अस्पताल में किए गए कार्यों की जानकारी ली।
मिशन 60 डेज के तहत तेजस्वी यादव ने निर्देश दिया था कि हर जिला अस्पताल तथा अन्य बड़े अस्पतालों में 24 घंटे मरीजों के लिए हेल्प डेस्क, कंप्लेन डेस्क बनाए जाएं। मरीजों के भर्ती होने, रेफर करने, एंबुलेंस की व्यवस्था को सरल और सुगम बनाने का निर्देश था। साइनेज लगाना था, जिससे मरीजों को इलाज और जांच में कठिनाई हो। डॉक्टरों की उपस्थिति की जानकारी भी देनी है कि अभी कौन डॉक्टर ड्यूटी पर हैं। इसके साथ ही साफ सफाई पर जोर देना था। सभी अस्पतालों में दवा की उपलब्धता तथा जांच मशीनों के दुरुस्त होने की गारंटी करनी है।
राजद ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा-बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था में यथाशीघ्र आमूलचूल परिवर्तन की दिशा में माननीय उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री श्री @yadavtejashwi जी की क्रांतिकारी पहल ‘मिशन 60 डेज़’ की समीक्षा बैठक आज श्री तेजस्वी जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई-
बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था में यथाशीघ्र आमूलचूल परिवर्तन की दिशा में माननीय उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री श्री @yadavtejashwi जी की क्रांतिकारी पहल 'मिशन 60 डेज़' की समीक्षा बैठक आज श्री तेजस्वी जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई: pic.twitter.com/tWI38kMWBh
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 1, 2022
मिशन 60 डेज का असर दिखने लगा है। कई अस्पतालों का पूरी तरह कायाकल्प हो गया है। इनमें बांका सदर अस्पताल, सुपौल अस्पताल, सहरसा, शेखपुरा के अस्पताल अब पूरी तरह नए रूप-रंग में दिख रहे हैं। बाहर से नया रंग-रोगन हुआ है और भीतर मरीजों के इलाज की बेहतर व्यवस्था दिख रही है।
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