तेजस्वी ने नीतीश से पूछा, सेना के जवान हिंदुस्तानी हैं या नहीं
नीतीश कुमार ने कहा कि जो शराब पीते हैं, वे हिंदुस्तानी हो ही नहीं सकते। उनसे तेजस्वी यादव ने पूछा सेना के जो जवान शराब पीते हैं, वे हिंदुस्तानी हैं या नहीं?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बयान पर देशभर में हंगामा है। उन्होंने कहा कि जो शराब पीता है, वह हिंदुस्तानी हो ही नहीं सकता। उन्होंने इसे महात्मा गांधी से जोड़ दिया। लेकिन इतिहास में कोई साक्ष्य ऐसा नहीं है कि महात्मा गांधी ने कभी शराब पीनेवालों की देशभक्ति पर शक किया हो या उन्हें हिंदुस्तानी मानने से इनकार किया हो। आज बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक बड़ा सवाल उठा, जिसका कोई जवाब नहीं दे रहा और शायद कोई जवाब देने सामने आएगा भी नहीं।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री का वडियो शेयर करते हुए उनका बयान उद्धृत किया- शराब पीने वाला महाअयोग्य और महापापी है। शराब पीने वाला हिंदुस्तानी नहीं।
बयान उद्धृत करने के बाद पूछा- नीतीश जी के इस तर्क से तो शराब पीने वाले भारतीय सैनिक भी हिंदुस्तानी नहीं हुए। बिहार में खून की नदियाँ बहाने वाले दुर्दांत अपराधी एवं भ्रष्टाचारी महाअयोग्य और महापापी नहीं है लेकिन शराबी है।
तेजस्वी यादव के बयान में कोई जोड़ सकता है कि कोई डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी, जो शराब पीता है, क्या उसकी हिंदुस्तानियत पर भी शक करेंगे। फिर यह सवाल भी उठ चुका है कि क्या उन्होंने चुनाव में टिकट देते समय शराबी न होने का प्रमाणपत्र मांगा था, अगर मांगा था तो एक घोषित शराबी को क्यों टिकट देते रहे। जब चुनाव में टिकट देते समय इस आधार पर हिंदुस्तानियत की पहचान नहीं की, तो अन्य लोगों के लिए क्यों कर रहे हैं। जाहिर है, मुख्यमंत्री का यह बयान अतिरंजित है और अति उनकी निराशा को ही दिखाता है। मुख्यमंत्री के इस बयान को अब तक उनके सहयोगी भाजपा का बी समर्थन नही मिला है। कोई समर्थन दे भी तो कैसे? समर्थन देने का अर्थ है कि अगर शराब पीते पकड़े गए, तो हिंदुस्तानी नहीं रह जाएंगे।
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