टीवी स्क्रीन पर जहर फैलानेवाले सुदर्शन न्यूज के खिलाफ फूंका बिगुल
मीणा आदिवासियों को अपशब्द कहने वाले सुदर्शन न्यूज के खिलाफ आज मीणा ही नहीं, दलित, पिछड़े सभी खड़े हो गए। ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा #सुदर्शन_न्यूज_बैन_करो
राजस्थान के मीणा आदिवासियों के लिए सुदर्शन न्यूज के सुरेश चव्हाणके ने जिस तरह टीवी स्क्रीन पर खुलकर अपशब्द कहा, वैसा शायद ही कभी किसी एंकर ने कहा होगा। उसने कहा कि जब मैं मीणा बोलूं, तो कमीणा समझ लेना। उसके इस तरह खुलेआम अपशब्द कहने के खिलाफ मीणा समुदाय ने सोशल मीडिया पर आक्रोश जताया। लेकिन सुदर्शन न्यूज पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सुदर्शन न्यूज ने मीणा समुदाय को अपशब्द तब कहा जब मीणा समुदाय ने अपनी विरासत आमागढ़ पर भाजपा समर्थकों द्वारा भगवा झंडा गाड़ने का विरोध किया। इसके बाद भाजपा समर्थक और मीणा समुदाय आमने-सामने आ गया।
हंसराज मीणा ने कहा-सुदर्शन न्यूज का संपादक सुरेश चव्हानके राजस्थान की मीणा जनजाति के बारे में अपमानजनक भाषा प्रयोग करके बोलता है “जब मैं मीणा बोलूं तो कमीणा समझ लेना”। इस पर अभी तक कानूनी कार्यवाही क्यों नहीं?
संदीप सिंह ने ट्वीट किया-आज ग़ाज़ियाबाद पहुँच साथियों के साथ सुदर्शन चैनल के @SureshChavhanke के खिलाफ तहरीर दी। मीना समाज के साथ दलित समाज साथ खड़ा है। रामावतार मीणा ने कहा-संघी नेता कभी, समाज के हितैषी नहीं हो सकते। शिवराज मीणा ने कहा- अगर भाजपा राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा आदिवासियों के किले पर, संघीयों के साथ मिलकर भगवा पहनाने के लिए धरना दे रहे है तो मैं उनके खिलाफ़ व इस कदम का विरोध करता हूं।
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अर्जुन महर ने ट्वीट किया-हमें अपनी धरोहर को संघी गुंडों से बचाना है, वहां एक अगस्त को भगवा नहीं लहरने देना है..! अंत में बाबा किरोड़ी के भक्तों को जपनाम..! बाबा लाएंगे क्रांति.! एक अगस्त का आंदोलन रामकेश जी ने नहीं बल्कि आदिवासी समाज के युवाओं ने रखा है क्योंकि सुदर्शन चैनल के सुरेश ने आंबागढ़ आकर भगवा लहराने की धमकी दी है..! उसने अपनी धमकी वापिस नहीं ली है और ना ही माफ़ी मांगी है।
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