ट्विटर ने कहा भारत की धमकाने वाली नीति से हम चिंतित
नए आईटी रूल्स के खिलाफ वाट्सएप कोर्ट पहुंच चुका है, वहीं अब ट्विटर ने भी कहा, सरकार की नीति धमकानेवाली है। वह नए रूल्स में बदलाव के लिए हर प्रयास करेगा।
कल तक सोशल मीडिया पर भाजपा का एकाधिकार था। ट्रोल आर्मी एक दिन में किसी को देशद्रोही बना देती थी, किसी को नेहरू से भी बड़ा राष्ट्रनिर्माता। पिछले सात वर्षों से नेहरू के खिलाफ अभियान चलाने का असर भी शायद उल्टा पड़ा। आज नेहरू की पुण्यतिथि पर हजारों लोगों ने जिस तरह उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता, धर्मनिरपेक्ष और वैज्ञानिक सोच वाला बताया है, उतना पहले कभी नहीं।
आज ट्विटर ने खुद लगातार कई ट्वीट करके भारत सरकार की नीतियों पर बड़ा सवाल खड़ा किया। इससे देश ही नहीं, दुनिया भर में देश की प्रतिष्ठा को आंच आएगी। ट्विटर ने कहा- भारत सरकार की नीति धमकानेवाली है।
ट्विटर के दफ्तर में कुछ दिन पहले पुलिस गई थी। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस के टूलकिट ट्वीट किए थे, जिसे ट्विटर ने मेनपुलेटेड मीडिया अर्थात अपने स्वार्थ में किसी मेसेज को तोड़ना-मरोड़ना कहा था। इसके बाद भाजपा के कई नेता ट्विटर के खिलाफ बयान देने लगे। उसे प्रतिबंधित करने की मांग करने लगे।
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आज ट्विटर ने कहा, जिस तरह से धमकी दी जा रही है, उससे उसे अपने कर्मियों की चिंता है। उसने एक अन्य ट्वीट में कहा कि वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतरराष्ट्रीय मानकों पर काम करता है और करता रहेगा। ट्विटर ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि वह भारत के नए आईटी रूल्स में बदलाव के लिए हर कानूनी प्रयास करेगा, ताकि लोगों की निजता, अभिव्यक्ति की आजादी अक्षुण्ण रहे।
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मालूम हो कि भारत सरकार के नए रूल्स में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सरकार के साथ जानकारी साझा करनी होगी कि कौन सा मेसेज सबसे पहले किसने भेजा।