पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में छिड़े संघर्ष में बिहार के दो और जवान शहीद हो गए। नालंदा जिले के रहने वाले सिकंदर राउत तथा नवादा के मनीष कुमार शहीद हो गए। इससे पहले छपरा के रहनेवाले मो. इम्तियाज तथा सीवान के रामबाबू प्रसाद शहीद हो चुके हैं। नालंदा तथा नवादा के गांवों में गम का माहौल है।

नालंदा के रहने वाले सिकंदर राउत के शहीद होने की सूचना परिजनों को मंगलवार, 13 मई को मिली। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। सिकंदर राउत जम्मू-कश्मीर के कूपवाड़ा में तैनात थे। वे नालंदा जिले के बिंद थाना क्षेत्र के उतरथू गांव के रहनेवाले थे। उनके शहादत की खबर स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने परिवारजनों को दी। सिकंदर राउत के दो बच्चे हैं। एक दस साल का है तथा दूसरा चार साल का है। उनका पार्थिव शरीर 15 मई को उनके गांव लाया जाएगा।

उधर नवादा जिला के कौआकोल के रहने वाले मनीष कुमार भी शहीद हो गए हैं। सेना के कर्नल ने मनीष कुमार के पिता को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। दो महीने पहले ही मनीष की शादी हुई थी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शहीद मो. इम्तियाज के घर पहुंचे। इस अवसर लाल कालीन बिछाए जाने पर विवाद हो गया है। कांग्रेस ने शहीद के परिवार के घर के सामने लाल कालीन बिछाए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि शहीद परिवार से मिलने जाने पर भी किसी इवेंट की तरह इंतजाम किया जा रहा है।

इस बीच बुधवार को सीवान के राम बाबू प्रसाद का पार्थिव शरीर आज पटना पहुंचा। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि अर्पित की। अन्य दलों के नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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