यूपी में भूचाल : योगी के मंत्री का इस्तीफा, भाजपा में भगदड़
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल और भाजपा से इस्तीफा दे दिया। यही नहीं, तीन और भाजपा विधायकों ने दिया इस्तीफा।
भले ही सारे टीवी चैनल दर्शकों को बता रहे हों कि यूपी में भाजपा को बढ़त हासिल है, पर वास्तविकता लगती नहीं ऐसी है। यूपी चुनाव शुरू होने से तीन दिन पहले आज आज भाजपा को जबरदस्त झटका लगा। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज पद से इस्तीफा दे दिया। यही नहीं, उन्होंने भाजपा पर दलित-पिछड़ा विरोधी होने का आरोप भी लगाया। स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी में कुशवाहा समाज के बड़े नेता हैं। भाजपा के तीन और विधायकों ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर के पडरौना से विधायक हैं। वे लगातार कई बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। भाजपा से पहले वे बसपा के साथ थे। तब मायावती के बाद बसपा के सबसे प्रमुख नेताओं में एक थे। उनका पूर्वी यूपी के कुशवाहा समाज पर प्रभाव सभी जानते हैं।
मौर्य के इस्तीफा देते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनका स्वागत दिया। वे किसी वक्त सपा में शामिल हो सकते हैं। उनके साथ ही भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा (तिलहर) भी मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। भाजपा में जैसे लगता है भगदड़ हो गई है। बांदा के तिंदवारी विस क्षेत्र से विधायक ब्रजेश प्रजापति तथा बिल्हौर से विधायक भगवती सागर ने भी इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा में भगदड़ से दो बातें साबित हो रही हैं। पहली यह कि भाजपा को बढ़त वाली कहानी गोदी मीडिया की गढ़ी हुई है। यह पेड नैरेटिव है और दूसरी यह कि कुशवाहा और यादव समाज एक साथ नहीं आ सकते, इस धारणा का ध्वस्त होना। यादव और कुशवाहा में नहीं पटती, यह नैरेटिव भी पेड नैरेटिव साबित हुई। स्वामी का शामिल होना किसी एक क्षेत्र के कुशवाहा को ही नहीं, पूरे पूर्वी यूपी के कुशवाहा को प्रबावित करेगा।
लगता है यह चुनाव 80 फीसदी बनाम 20 पीसदी नहीं, बल्कि 85 फीसदी बनाम 15 फीसदी की तरफ बढ़ रहा है।
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