यूरिया की किल्लत, 266 की जगह 500 रुपए देने को किसान मजबूर
पूर्वी चंपारण के आदापुर में यूरिया की कमी से किसान परेशान हैं। सरकारी रेट 266 रुपए है, पर किसान कहीं 400 तो कहीं 500 रुपए देने को मजबूर।
नेक मोहम्मद
पूर्वी चंपारण जिला के आदापुर प्रखंड में खाद की किल्लत से किसान का हाल बद से बदतर है। किसानों ने तो अपने खेतों में धान की रोपाई कर दी, लेकिन खाद नहीं मिलने से उनमें गम है। समय पर खाद नहीं दी जाएगी तो फसल बर्बाद हो जाएगी। आदापुर प्रखंड की ग्राम पंचायत बखरी ग्राम बकरी में एक खाद विक्रेता है। कुछ किसान को खाद विक्रेता आधार कार्ड लेकर मशीन पर अंगूठा का फिंगरप्रिंट लेकर एक बोरा खाद दे रहा है। जिसकी कीमत मनमाने भाव से ले रहा है। किसी को ₹400 में तो किसी को 500 रुपैया में खाद दे रहा है, जबकि सरकार का रेट है 266 रुपैया।
किसानों का कहना है कि फिंगर प्रिंट आधार कार्ड पर एक बोरा खाद देता है। और कई बोरा खाद नाम पर एलौट कर देता है। किसानों से पूछे जाने पर इस बात की जानकारी मिली है खाद विक्रेता ना अपना स्टॉक बताता है ना रसीद देता है जिसे अधिक दाम पर किसान को खाद लेना पड़ रहा है। खाद दुकानदार किसानों से मारपीट पर भी उतारू हो जाता है। जिसे किसान अपनी हक नहीं ले पा रहा है।
आदापुर के कृषि अधिकारी से पूछे जाने पर बताते हैं कि मुझको कोई जानकारी नहीं है तो फिर कृषि अधिकारी को रखने से किसानों को जब भला ही नहीं होगा कृषि अधिकारी को रखने से क्या फायदा है। कृषि अधिकारी से पूछने पर बताते हैं कि ठीक है मैं बात करता हूं लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ और खाद दुकानदार अपने मनमाने भाव पर बेच रहा है।
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