वैक्स सर्टिफिकेट पर पीएम का फोटो, तो डेथ सर्टिफिकेट पर क्यों नहीं
महाराष्ट्र के मंत्री ने आज सवाल किया कि अगर कोविड के वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी का फोटो हो सकता है, तो डेथ सर्टिफिकेट पर क्यों नहीं हो सकता?
आज महाराष्ट्र के एक मंत्री का सवाल सोशल मीडिया पर लाइक किया जा रहा है। मंत्री ने पूछा है कि जब कोविड वैक्सिनेशन के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो हो सकता है, तो कोविड से मरनेवालों के डेथ सर्टिफिकेट पर भी पीएम का फोटो होना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कोविड को लेकर देशभर में हाहाकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की। इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑक्सीजन की जरूरत पूरी करने के लिए प्रधानमंत्री को फोन किया, तो पीएमओ ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री अभी बंगाल में हैं, उनके आने पर उन्हें जानकारी दे दी जाएगी।
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इस बीच एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक के कटाक्ष को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया के पूर्व संपादक उत्तम सेनगुप्ता ने मंत्री के सवाल पर ट्विट किया- गुड क्वेश्चन। कई लोग तंज कस रहे हैं कि अंधभक्तों को यह सुझाव पसंद आएगा कि डेथ सर्टिफिकेट पर भी पीएम की तस्वीर हो।
बिजनेस स्डैंडर्ड ने लिखा है कि नवाब मलिक ने प्रधानमंत्री से कहा है कि आप वैक्सीन मुहैया कराने का क्रेडिट लेते हैं, तो कोविड से मरनेवालों की जिम्मेवारी भी लेनी होगी।
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के यूपी चुनाव में दिए गए बयान को याद दिलाते हुए तंज कसा है कि श्मशान और कब्रिस्तान दोनों…जो कहा सो किया। उन्होंने एक ट्विट में कहा कि देश के पास स्पष्ट टीका नीति होनी चाहिए। साथ ही लोगों की आर्थिक मदद के लिए भी स्पष्ट नीति होनी चाहिए, ताकि लोग कोविड का मुकाबला कर सकें। इस बीच 25 वर्ष से अधिक सभी लोगों को टीका देने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।